Last Updated:August 24, 2025, 10:28 ISTSaharanpur News: कुत्तों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम ने चार साल पहले ABC सेंटर (एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर) स्थापित किया था. नसबंदी के लिए दक्ष फाउंडेशन को ठेका दिया गया है. सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. हर दिन आवारा कुत्तों के कारण लोगों के घायल होने की घटनाएं सामने आ रही हैं. नगर निगम ने कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण के लिए नसबंदी का काम शुरू किया है. पिछले 4 साल में 20 हजार कुत्तों की नसबंदी पर 1 करोड़ 86 लाख 80 हजार रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन सड़कों पर कुत्तों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है और हालात वैसे ही बने हुए हैं. पिछले चार साल में 20 हजार मेल कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है. प्रत्येक कुत्ते की नसबंदी के लिए 934 रुपये निर्धारित हैं.
शहर में लगभग 40 हजार आवारा कुत्ते
नगर निगम के पास आवारा कुत्तों की संख्या का कोई सटीक आंकड़ा नहीं है, लेकिन 100 लोगों पर तीन से चार कुत्ते होने का अनुमान है. ऐसे में महानगर की दस लाख आबादी पर 30 से 40 हजार कुत्ते माने गए हैं. कुत्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम ने चार साल पहले ABC सेंटर (एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर) स्थापित किया था. नसबंदी के लिए दक्ष फाउंडेशन को ठेका दिया गया है. पिछले चार साल में 20 हजार मेल कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है.
शहर में चलाया जा रहा एबीसी सेंटर
पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. संदीप कुमार मिश्रा ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि नगर निगम सीमा अंतर्गत अगर हम WHO का एक आंकड़ा मानें तो 100 व्यक्तियों पर तीन कुत्ते होते हैं. अगर हम नगर निगम सहारनपुर की वर्तमान में 10 लाख लोगों की आबादी मानें तो लगभग 30 से 40 हजार कुत्ते हुए. लेकिन अभी हमारे पास इसका कोई सटीक डाटा नहीं है, लेकिन भविष्य में हम इसका डाटा रखेंगे. कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए हम दिसंबर 2022 से एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम चला रहे हैं.
बर्थ रेट में आई है कमी
इसके अंतर्गत हम सड़कों पर आवारा घूम रहे कुत्तों को पकड़कर अपने ABC सेंटर में ले जाते हैं और वहां उनकी नसबंदी करते हैं, उन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन लगाते हैं और माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार उन्हें उसी स्थान पर छोड़ देते हैं जहां से उन्हें उठाया जाता है. जब से हमारे द्वारा यह अभियान चलाया जा रहा है, तब से 20 हजार से अधिक कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण कर दिया गया है.
2022 से आई है कमी
2022 के करीब जब हम देखते थे तो उस समय पिल्लों की संख्या बहुत ज्यादा थी और अगर अब हम वर्तमान में तुलना करें तो उनकी जन्म दर में कमी आई है और पिल्लों की संख्या कम हुई है. इससे यह प्रमाणित होता है कि एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम सफलता की ओर बढ़ रहा है और थोड़े समय बाद ऐसा देखने में आएगा कि हम 80% आवारा कुत्तों की जनसंख्या पर नियंत्रण कर लेंगे.न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Saharanpur,Saharanpur,Uttar PradeshFirst Published :August 24, 2025, 10:28 ISThomeuttar-pradeshसहारनपुर में कुत्तों का आतंक जारी, करोड़ों खर्च के बाद भी नहीं घटी संख्या