India-Pakistan Asia Cup: एशिया कप में 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान का मुकाबला खेला जाएगा. पूरे देश में इस मुकाबले का विरोध हो रहा है. कई पूर्व क्रिकेटरों और फैंस ने मैच को लेकर सवाल उठाए हैं. पहलगाम आतंकी हमले के बाद लोग पाकिस्तान के खिलाफ अपनी टीम को खेलते हुए नहीं देखना चाहते हैं. केंद्र सरकार ने इस पर अपना रुख साफ करते हुए मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में टीम के किसी भी दूसरे देश के खिलाफ खेलने को लेकर रोक नहीं है. द्विपक्षीय सीरीज में भारत अभी पाकिस्तान का सामना करेगा. अगले महीने होने वाले मैच से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी का बड़ा बयान सामने आया है.
क्रिकेट मैच को लेकर घमासान
एशिया कप और महिला वनडे विश्व कप में 5 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबले से पहले नकवी ने एक बड़ा बयान दिया है. भारत में मैच के बढ़ते विरोध को देखते हुए नकवी ने भविष्य की बातचीत के लिए एक सख्त रुख अपनाया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और भारत सरकार ने बातचीत करने की इच्छा जताई है, लेकिन नकवी ने दूरी बनाए रखी है. इस साल की शुरुआत में दोनों क्रिकेट बोर्ड तटस्थ स्थानों पर खेलने के लिए सहमत हुए थे. इसी कारण एशिया कप में भारत के मेजबान होने के बावजूद टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ दुबई में खेलेगी.
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मोहसिन नकवी ने क्या कहा?
लाहौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नकवी ने कहा, ”मुझे लगता है कि हम बहुत स्पष्ट हैं कि जब भी बातचीत होगी, वह भारत के साथ समान स्तर पर होगी, और अब बातचीत के लिए भीख नहीं मांगी जाएगी. वह समय बीत चुका है और जो कुछ भी होगा वह समानता के आधार पर होगा.”
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चैंपियंस ट्रॉफी से पहले हुआ था बवाल
जब भारत ने पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने से इनकार कर दिया था, तो नकवी ने आईसीसी और बीसीसीआई के साथ एक समझौता किया था. इस समझौते में तटस्थ स्थानों पर खेलने के साथ-साथ पीसीबी को भविष्य के आईसीसी महिला टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार भी मिला था. यह स्थिति दोनों क्रिकेट बोर्डों के बीच दिलचस्प समीकरण प्रस्तुत करती है. हालांकि पाकिस्तान भारत की मेजबानी नहीं कर सका, लेकिन बीसीसीआई के आईसीसी राजस्व में बड़े योगदान के बावजूद पीसीबी ने महत्वपूर्ण रियायतें हासिल कीं.