Uttar Pradesh

क्या आप जानते है बारिश रोकने और कराने के पुराने टोटके, मेढ़क-मेढ़की की शादी से लेकर मुसर पीटने तक की परंपरा

Last Updated:August 22, 2025, 09:31 ISTAjab Gajab: उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बारिश के मौसम ज्यादा बारिश होने पर गांव के लोगों के द्वारा मेढ़क-मेढकी की शादी कराते हैं. पहले इस टोटका का खूब इस्तेमाल किया जाता है. कहीं बारिश होने के लिए इसका प्र…और पढ़ेंमिर्जापुर: पुराने समय में जब भयंकर बारिश होती थी या आंधी तूफान आते थे तो लोगों के द्वारा कई तरीके इस्तेमाल किये जाते हैं. घरेलू और पारंपरिक तरीकों से वह भगवान इंद्र से प्रार्थना करते थे. बदलते दौर में चीजें बदल गई. मौसम की जानकारी भी फ़ोन पर मिलने लगी. समय के साथ बारिश के आने और जाने की जानकारी मिलने लगी, लेकिन गांवों में आज भी प्राचीन परंपरा का निर्वहन होता है. बारिश या तूफान के भयावह होने पर वहीं दादी और नानी वाले तरकीब का प्रयोग करती है. उनका मानना है कि कई बार इसका फायदा भी देखने को मिला है.

उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बारिश के मौसम ज्यादा बारिश होने पर गांव के लोगों के द्वारा मेढ़क-मेढकी की शादी कराते हैं. पहले इस टोटका का खूब इस्तेमाल किया जाता है. कहीं बारिश होने के लिए इसका प्रयोग होता है यो कहीं बारिश कराने के लिए इस तरकीब का प्रयोग करते हैं. पहले गावों नें कुटाई के लिए मुसर का प्रयोग किया जाता था. हालांकि, अब इसका प्रयोग नहीं होता है. मान्यता थी कि मुसर को को पीटने से आंधी और बारिश रुकती थी. यह वहीं बहन कर सकती थी, जिसके एक भाई हो. गांव में बारिश होने पर ऐसे लोगों के घर पहुंचकर इस टोटके को कराते थे.

पहले होता था इन तरीकों का प्रयोगवंदना चौबे ने लोकल 18 से बताया कि पुराने समय में बारिश होने और नहीं होने के लिए कई पूजन और रिवाजों का निर्वहन किया जाता था. इसमें बारिश होने के लिए कराहा पूजन होता था. इसे यादव बंधु करते थे. महिलाएं भी एकत्रित होकर विशेष पूजन करती थी. वहीं, बारिश रुकने के लिए भी खास टोटके प्रयोग होते थे. उनमें सबसे ज्यादा मुसर पीटने वाला टोटका था. इसका सबसे ज्यादा प्रयोग होता था. ऐसा माना जाता था कि मुसर पीटने से आंधी और बारिश दोनों रुक जाते हैं.
Manish Raiकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखते है. बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत हैदराबाद से हुई. डिजिटल में 6 साल से ज्यादा का अन…और पढ़ेंकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखते है. बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत हैदराबाद से हुई. डिजिटल में 6 साल से ज्यादा का अन… और पढ़ेंन्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Mirzapur,Uttar PradeshFirst Published :August 22, 2025, 09:31 ISThomeuttar-pradeshयूपी में बारिश और आंधी रोकने के लिए इस्तेमाल होता है यह घरेलू टोटका

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