Benefits of Tadasana: भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल, काम का प्रेशर और इरेगुलर रूटीन हजार स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का कारण बन जाता है. लेकिन अच्छी बात ये है कि योग मेथड के पास ऐसे ज्यादातर समस्याओं का समाधान है. ऐसे ही योगासन का नाम है ताड़ासन, जिसे ‘पर्वत मुद्रा’ या ‘ताड़ के पेड़ की मुद्रा’ के नाम से जाना जाता है, जो बेहद असरदार आसन है.
मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए फायदेमंदयह न केवल बॉडी बैलेंस और स्टेबिलिटी को बढ़ाता है, बल्कि मानसिक शक्ति और कॉन्फिडेंस को भी बूस्ट करता है. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, “ताड़ासन करने से एक-दो नहीं, कई फायदे मिलते हैं. यह आसन हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है.”
ताड़ासन करने का सही तरीकाआयुष मंत्रालय ताड़ासन की प्रैक्टिस का सही तरीका भी बताता है. इसकी प्रैक्टिस करने के लिए सीधे खड़े होकर पैरों को 2 इंच की दूरी पर रखें. उंगलियों को आपस में फंसा लें और कलाई को बाहर की ओर मोड़ें. सांस लेते हुए दोनों बाजुओं को सिर के ऊपर कंधों की सीध में उठाएं. फिर, एड़ियों को जमीन से ऊपर उठाकर पंजों पर संतुलन बनाएं और 10-15 सेकंड तक इस मुद्रा में रहें.
ताड़ासन के फायदेयह आसन रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है, शरीर की पोश्चर को सुधारता है और मसल्स में लचीलापन लाता है. आयुष मंत्रालय के अनुसार, ताड़ासन ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है, जिससे डाइजेशन सिस्टम मजबूत होता है. यह स्ट्रेस को कम करने और मेंटल कॉन्सनट्रेशन बढ़ाने में भी मदद करता है. इसकी रोजाना प्रैक्टिस से पैरों, पीठ और कंधों की मसल्स मजबूत होती हैं.
ताड़ासन करते समय सावधानियां बरतेंएक्सपर्ट का कहना है कि ताड़ासन एक ऐसा योगासन है जो मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बेहतर बनाता है. हालांकि, इसे करते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं. लो ब्लड प्रेशर या चक्कर की समस्या वाले लोग पंजों पर संतुलन बनाते समय सतर्क रहें. गर्भवती महिलाओं को योग प्रशिक्षक की देखरेख में यह आसन करना चाहिए. ज्यादा समय तक इस पोजीशन में रहने से पैरों पर प्रेशर पड़ सकता है, इसलिए शरीर की क्षमता के अनुसार प्रैक्टिस करें.–आईएएनएस
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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