Last Updated:August 19, 2025, 07:07 ISTSundarkand Path: कलयुग में हनुमान जी को जागृत देवता माना जाता है. माना जाता है कि रोजाना सुंदरकांड का पाठ करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं. ऐसे में सुंदरकांड की कुछ चौपाई का खास महत्व है. आइए जानते हैंअयोध्या: सनातन धर्म में सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित होता है. ठीक उसी प्रकार का दिन पवन पुत्र हनुमान को भी समर्पित है. मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा आराधना का विधान है. इस दिन अगर आप हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करते हैं तो हनुमान जी महाराज आप पर प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी परेशानियां दूर होती है. सुंदरकांड का पाठ करते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रहे कि उसके दोहे और चौपाई का अर्थ भी पता हो, तभी सुंदरकांड का पुण्य फल प्राप्त होता है. तो चलिए इस रिपोर्ट में सुंदरकांड के कुछ दोहे और चौपाई के बारे में विस्तार से बताते हैं.
दरअसल रामायण में एक कांड है, जिसे सुंदरकांड के नाम से जानते हैं. सुंदरकांड में हनुमान जी की शक्ति और प्रभु राम के प्रति उनकी भक्ति को दर्शाया गया है. सुंदरकांड में एक चौपाई है ‘जस जस सुरसा बदनु बढ़ावा, तासु दून कपि रूप देखावा, सत जोजन तेहिं आनन कीन्हा, अति लघु रूप पवनसुत लीन्हा’.. सुंदरकांड की इस चौपाई में हनुमान जी महाराज और सुरसा के बीच संवाद का वर्णन किया गया है. इस चौपाई के बारे में राम कचहरी चारों धाम मंदिर के महंत शशिकांत दास बताते हैं.
जस जस सुरसा बदनु बढ़ावा, तासु दून कपि रूप देखावा….अर्थात जब हनुमान जी महाराज माता सीता का पता लगाने लंका पर जाते हैं, तब बीच में सुरसा नाम की राक्षस के बीच हनुमान जी महाराज का संवाद होता है. जिसमें जैसे-जैसे सुरसा अपना मुंह बढ़ती थी, वैसे-वैसे हनुमान जी महाराज अपना रौद्र रूप धारण करते थे .
सत जोजन तेहिं आनन कीन्हा, अति लघु रूप पवनसुत लीन्हा…अर्थात जैसे ही सुरसा ने अपना मुंह सो योजन तक बढ़ा लिया तब हनुमान जी महाराज ने अपना छोटा रूप धारण कर लिया.
शशिकांत दास बताते हैं कि यह दोहा हनुमान जी की अद्भुत शक्तियों और उनकी बुद्धिमत्ता को दर्शाता है. इस दोहे का अनुसरण करने से हनुमान जी महाराज की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सभी संकट दूर होते हैं.Lalit Bhattमीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. वर्तमान में News18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क मे…और पढ़ेंमीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. वर्तमान में News18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क मे… और पढ़ेंन्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Ayodhya,Faizabad,Uttar PradeshFirst Published :August 19, 2025, 07:06 ISThomedharmइस चौपाई में छिपा है बजरंगबली की शक्ति का राज…कर लिया पाठ, तो..