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ऑपरेशन के बाद भी गॉलस्टोन होने का कारण क्या है? डॉ. ने बताया बार-बार हो रही पित्त की पथरी की वजह और बचाव के उपाय



पित्त की थैली लिवर के पिछले हिस्से लगी नाशपाती के आकार का एक अंग है, जो लिवर द्वारा बनाए गए बाइल को रिलीज करने का काम करता है. यह फैट के डाइजेशन के लिए जरूरी होता. लेकिन जब कुछ कारणों से इसमें पथरी बन जाता है, जो कि एक कॉमन प्रॉब्लम है, तो डाइजेशन में बाधा पैदा होने लगती है. कई बार इलाज के बाद भी यह समस्या दोबारा हो जाती है, जिससे मरीजों को बार-बार असहनीय दर्द और असुविधा का सामना करना पड़ता है. यह दोबारा होने वाली पथरी केवल एक इलाज से ठीक नहीं होती, इसके पीछे छिपे कारणों को समझना और उचित जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी है.
जीआई, मिनिमल एक्सेस और बैरियाट्रिक सर्जरी, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, द्वारका के वाइस चेयरमैन, डॉ. रणदीप वधावन बताते हैं कि अगर पित्त की पथरी का जड़ से इलाज न किया जाए या इसके कारणों को नजरअंदाज कर दिया जाए, तो यह बार-बार लौट सकती है. तो चलिए जानते हैं आखिर पित्त की पथरी क्यों बार-बार बनती है और इससे कैसे बचा जा सकता है.
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पित्त की पथरी बार-बार क्यों बनती है?
गॉलब्लैडर का अधूरा इलाज-  कुछ मरीजों में पित्ताशय पूरी तरह नहीं निकाला जाता या उसमें पत्थर का कुछ अंश रह जाता है, जिससे पथरी फिर बन जाती है.
मेटाबॉलिक कारण- मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और अचानक वजन कम होना पथरी बनने की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं.
गलत खानपान- ज्यादा तली-भुनी और फैट वाली चीजें तथा फाइबर की कमी से पित्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पथरी बन सकती है. 
अनुवांशिकता और जीवनशैली- परिवार में पित्त की पथरी का इतिहास और अधिकतर समय बैठे रहने की आदत भी जोखिम को बढ़ाती है.
कब जाएं डॉक्टर के पास?
अगर हर बार खाना खाने के बाद पेट में तेज दर्द, उल्टी, अपच या पेट फूलने जैसी समस्या हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें. समय रहते डॉक्टर से सलाह लें, ताकि इंफेक्शन या सूजन जैसी गंभीर जटिलताओं से बचा जा सके. 
बचाव के उपाय
तेजी से वजन घटाने या क्रैश डाइट से परहेज करें क्योंकि इससे पित्त की रचना असंतुलित हो सकती है. फाइबर, फल, सब्जियां और साबुत अनाज से भरपूर डाइट लें, इससे पाचन दुरुस्त रहता है और पित्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं बढ़ती है. इसके साथ ही फिजिकली एक्टिव रहें, कोलेस्ट्रॉल और शुगर को कंट्रोल रखें. इसके अलावा अगर बार-बार पथरी की समस्या हो रही हो, तो डॉक्टर की सलाह पर गॉलब्लैडर को सर्जरी द्वारा हटवाना असरदार उपाय हो सकता है.
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
 



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