herbal oil for joint pain| muscle pain home remedy| best painkiller oil | घरेलू दर्द निवारक तेल: पेरासिटामोल-आइबुप्रोफेन से भी तेज असर

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herbal oil for joint pain| muscle pain home remedy| best painkiller oil | घरेलू दर्द निवारक तेल: पेरासिटामोल-आइबुप्रोफेन से भी तेज असर



आजकल जरा सा भी सिरदर्द, सर्दी-जुकाम, मांसपेशियों में खिंचाव या जोड़ों में दर्द हो तो लोग तुरंत पैरासिटामोल की एक गोली पानी के साथ गटक लेते हैं. जबकि हेल्थ एक्सपर्ट बार-बार ये बात कहते हैं, कि ज्यादा दवा खाना भी सेहत के लिए नुकसानदायक है. खासतौर पर यदि आप बिना डॉक्टर से परामर्श किए इन्हें ले रहे हैं.  
लेकिन दिन को मुश्किल बनाने वाले इन दर्द से तुरंत छुटकारा पाने के लिए पेनकिलर गोलिया ही एकमात्र रास्ता है? बिल्कुल नहीं. यहां हम आपको एक ऐसा घरेलू दर्द निवारक तेल बनाने का तरीका बता रहे हैं, जो सदियों से आजमाए गए हर्ब्स, मसालों और एसेंशियल ऑयल्स से तैयार होता है. यह तेल सूजन को कम करने, ब्लड फ्लो को तेज करने और मांसपेशियों को आराम देने का काम करता है, वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के.
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कैसे करता है असर
अक्सर दर्द का कारण होता है सूजन, खराब ब्लड सर्कुलेशन या मांसपेशियों में तनाव. हालांकि, बाजार की गोलियां जल्दी असर दिखाती हैं, लेकिन वे सिर्फ लक्षणों को दबाती हैं और लंबे समय में पेट या लिवर पर असर डाल सकती हैं. वहीं, यह घरेलू तेल नेचुरल सामग्री से बना होने के कारण दर्द के असली कारण को ही जड़ से खत्म करने का काम करता है. त्वचा पर इसका एहसास हल्की गर्मी और ठंडक का मिश्रण है, जो तुरंत आराम देता है.
पेनकिलर ऑयल के लिए जरूरी सामग्री
– 100 ml बेस ऑयल (नारियल, जैतून या जोजोबा)- 1 चम्मच सूखा या कसा हुआ अदरक- 1 चम्मच रोजमेरी- ½ चम्मच काली मिर्च- 5–6 लौंग- 1 चम्मच हल्दी पाउडर- 10–15 बूंद पुदीना तेल- 10–15 बूंद लैवेंडर तेल- 10–15 बूंद नीलगिरी तेल
विधि- बेस ऑयल में अदरक, रोजमेरी, लौंग, काली मिर्च और हल्दी डालें.- धीमी आंच पर 20–30 मिनट तक गर्म करें (उबालें नहीं).- ठंडा होने पर छान लें और एसेंशियल ऑयल डालें.- अंत में गहरे रंग की शीशी में भरकर ठंडी, अंधेरी जगह पर स्टोर कर लें.
इस्तेमाल का तरीका
दर्द वाली जगह पर हल्के हाथ से 2–3 बार मालिश करें. चाहे मांसपेशियों में खिंचाव हो, जोड़ों में अकड़न या गर्दन का तनाव, यह तेल तुरंत राहत देता है. तेज असर के लिए इसमें एक चुटकी लाल मिर्च पाउडर भी डाली जा सकती है, लेकिन ध्यान रखें कि मात्रा बहुत अधिक न हो, वरना इससे जलन हो सकता है. 
क्यों है खास?
यह तेल एक तरह से मसाज थेरेपिस्ट, अरोमाथेरेपिस्ट और हकीम, तीनों का काम एक साथ करता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें मौजूद अदरक मांसपेशियों को ढीला करता है, हल्दी सूजन को घटाती है, रोजमेरी ब्लड फ्लो को बढ़ाती है, लौंग दर्द कम करता है, पुदीना ठंडक और आराम देता है, लैवेंडर तनाव घटाता है और नीलगिरी मांसपेशियों को खोलकर सांसों तक को ताजा करता है. 
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
 



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