बलिया की गलियों में आज भी एक ऐसी पारंपरिक मिठाई का स्वाद बसता है, जो ब्रांडेड और महंगी मिठाइयों के बीच अपनी अलग पहचान बनाए हुए है. देसी अनरसा नाम की यह मिठाई न सिर्फ स्वाद और खुशबू में लाजवाब है, बल्कि सादगी और सेहत का भी संगम है. पीढ़ियों से चली आ रही यह रेसिपी आज भी लोगों को उतनी ही लुभाती है, जितनी पहले, और इसकी लोकप्रियता गांव से लेकर शहर और दूसरे जिलों तक फैली हुई है.
मध्य प्रदेश सिविल जज 2022 परीक्षा में कोई आदिवासी उम्मीदवार चुने जाने से वंचित रहा, कांग्रेस ने बीजेपी पर आदिवासी संकट को ‘निर्देशित करने’ का आरोप लगाया
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने ‘सिस्टमैटिक रूप से’ आरक्षण समाप्त करने और आदिवासी संकट उत्पन्न करने…

