Uttar Pradesh

कोकोपीट, एलोवेरा, पॉलिथीन का ये धांसू जुगाड़… नींबू के एक पेड़ से तैयार होंगे 100 पौधे, जानें सही तरीका – Uttar Pradesh News

Last Updated:August 13, 2025, 18:13 ISTनींबू की नर्सरी तैयार करने के लिए अगस्त का महीना सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस समय किसान आसानी से ग्राफ्टिंग या एयर लेयरिंग (गुटी कलम) से नींबू के नए पौधे तैयार कर सकते हैं. डॉ. पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि बरस…और पढ़ेंशाहजहांपुर : अगर आप नींबू का बाग लगाना चाहते हैं तो यह समय नींबू की पौध तैयार करने के लिए सबसे बेस्ट है. बरसात में आप खुद नींबू की पौध तैयार कर सकते हैं. अगर आपके पास नींबू का अच्छी किस्म का पौधा पहले से मौजूद है तो आप ग्राफ्टिंग कर नए पौधे तैयार कर सकते हैं. अगस्त का महीना ग्राफ्टिंग के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. एक्सपर्ट का कहना है कि इस समय आसानी से नींबू का नया पौधा तैयार किए जा सकते हैं.

जिला उद्यान अधिकारी डॉ. पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है कि किसान नींबू, आंवला और आम की नर्सरी तैयार कर सकते हैं. अगर कम लागत में नींबू की नर्सरी तैयार करना चाहते हैं तो आप खुद भी ग्राफ्टिंग कर सकते हैं. नींबू की कलम से पौधा तैयार करना एक आसान और फायदेमंद तरीका है, जिससे आप अपने मनपसंद नींबू के पौधे उगा सकते हैं. इसे एयर लेयरिंग या गुटी कलम भी कहा जाता है. यह तरीका बीज से पौधा उगाने से ज़्यादा प्रभावी होता है क्योंकि इसमें फल जल्दी आना शुरू हो जाता है. नींबू की कलम लगाने का सबसे अच्छा समय जुलाई-सितंबर के बीच होता है, क्योंकि इस समय मौसम थोड़ा ठंडा और नम होता है. बरसात का मौसम (जुलाई-अगस्त) सबसे उत्तम माना जाता है क्योंकि नमी ज़्यादा होती है, जिससे जड़ें जल्दी निकलती हैं.

कैसे करें कलम तैयार

नींबू की कलम बनाने के एक स्वस्थ नींबू के पौधे से ऐसी टहनी चुनें जो लगभग एक पेंसिल जितनी मोटी हो.

टहनी कम से कम एक साल पुरानी होनी चाहिए.

उसमें कोई बीमारी या कीड़े नहीं होने चाहिए.

चुनी हुई टहनी पर, ऊपर और नीचे के हिस्से पर लगभग 1-2 इंच की दूरी पर दो कट लगाएं, फिर बीच की छाल को हटा दें.

छाल हटाने के बाद, वहां पर थोड़ा रूटिंग हार्मोन पाउडर लगा दें.

इससे जड़ों को जल्दी निकलने में मदद मिलेगी. अगर आपके पास रूटिंग हार्मोन नहीं है तो आप उसकी जगह एलोवेरा जेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

अब उस जगह पर नमी वाली मिट्टी या कोकोपीट और थोड़ी सी नीम खली का मिश्रण लगाएं.

इसे अच्छे से दबाकर लगाएं ताकि यह उस जगह पर चिपक जाए.

अब इस मिट्टी के मिश्रण को एक पारदर्शी पॉलिथीन शीट से अच्छे से लपेट दें और दोनों सिरों को कसकर बांध दें.

पॉलिथीन पारदर्शी होनी चाहिए ताकि आप जड़ों को बनते हुए देख सकें.

रखें ये सावधानीगुटी कलम को सीधी धूप से बचाकर किसी ठंडी और छायादार जगह पर रखें. इसे नियमित रूप से पानी देने की ज़रूरत नहीं होती क्योंकि पॉलिथीन के अंदर नमी बनी रहती है. 25-30 दिनों के बाद, आपको पॉलिथीन के अंदर जड़ें बनती हुई दिखेंगी. जब जड़ें अच्छे से विकसित हो जाएं, तो कलम को उसके नीचे से काट कर पौधे से अलग कर लें. तैयार हुए पौधे को खेत में लगा सकते हैं.न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Shahjahanpur,Uttar PradeshFirst Published :August 13, 2025, 18:13 ISThomelifestyleकोकोपीट, एलोवेरा, पॉलिथीन का ये धांसू जुगाड़… 1 पेड़ से तैयार होंगे 100 पौधे

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