Uttar Pradesh

यूपी की इन मस्जिदों पर विवाद, ज्ञानवापी और ईदगाह तो पुराना हो गया, नए में तो ये हैं…

Last Updated:August 12, 2025, 07:15 ISTUP Masjid Controversy News: जौनपुर की शाही अटाला मस्जिद को हिंदू देवी अटाली का मंदिर होने का दावा किया गया है. इसको लेकर याचिकाएं भी दायर की गई हैं.वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर विवाद.लखनऊः उत्तर प्रदेश की सियासत मंदिर-मस्जिद की धूरी पर भी खूब घूमती है. पहले तो सूबे में केवल ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा की शाही ईदगाह का विवाद था. लेकिन पिछले 8 सालों में राज्य के अलग-अलग कई मस्जिदों पर हिंदुओं ने बड़ा दावा किया है और इसको लेकर जमकर बवाल है. पिछले साल जहां संभल के शाही जामा मस्जिद को लेकर बवाल मचा था तो वहीं अब फतेहपुर के एक मकबरे को लेकर माहौल गरमा गया है. बीते सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. हिंदू पक्ष के लोगों ने मकबरे पर चढ़कर तोड़फोड़ की और फिर उसपर भगवा झंडा लगा दिया. वहीं मुस्लिम पक्ष के लोगों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. हालांकि प्रशासन की सूझबूझ से ज्यादा बड़ा बवाल नहीं हुआ. उत्तर प्रदेश के कई ऐसे मस्जिद हैं, जिसको लेकर हिंदुओं ने दावा किया हुआ है. आइए जानते हैं आखिर ये कौन-कौन से मस्जिद हैं….

फतेहपुर मकबरा विवादउत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के कोतवाली इलाके में मौजूद मकबरे को लेकर विवाद बढ़ गया है. हिंदू पक्ष का दावा है कि मंदिर के जगह पर मकबरा बनाया गया है. बीते सोमवार को हिंदू पक्ष के लोगों ने मकबरे में तोड़फोड़ भी कर दिया. हालांकि प्रशासन की सूझबूझ से ज्यादा कुछ नहीं हुआ.

फतेहपुर में मकबरे को लेकर बवाल.

जौनपुर का अटाला मस्जिदजौनपुर की शाही अटाला मस्जिद को हिंदू देवी अटाली का मंदिर होने का दावा किया गया है. इसको लेकर याचिकाएं भी दायर की गई हैं. वहीं इस विवाद पर मंदिर मस्जिद प्रशासन का कहना है कि यहां 1398 से नियमित रूप से मुसलमान नमाज अदा कर रहे हैं. जौनपुर शहर में शाही अटाला मस्जिद है. स्वराज वाहिन एसोसिएशन की तरफ से दायर की गई याचिका में दावा किया गया था कि यह पहले अटाला देवी मंदिर था, जिसे 13वीं सदी में राजा विजय चंद्र ने बनवाया था. उसी जगह यहां मस्जिद बना दी गई.

जौनपुर की अटाला मस्जिद को लेकर विवाद.

संभल की शाही जामा मस्जिदसंभल का शाही जामा मस्जिद को लेकर भी खूब बवाल हुआ था. हालात यहां तक हो गए थे कि शहर में कर्फ्यू तक लगाने पड़े थे. शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर विवाद बढ़ गया था. हिंदू पक्ष का कहना है कि यह मस्जिद नहीं बल्कि विष्णु भगवान का मंदिर है. हालांकि मुस्लिम पक्ष लगातार हिंदू पक्ष के दावों का खारिज करता रहा है.

बदायूं की शम्सी मस्जिद को लेकर विवाद.

बदायूं की शम्सी शाही मस्जिद
बदायूं की जामा मस्जिद जिसे शम्सी शाही मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू याचिकाकर्ताओं ने इस मस्जिद को लेकर दावा किया है कि इस मस्जिद का निर्माण नीलकंठ महादेव मंदिर के ऊपर किया गया है. गजेटियर ऑफ इंडिया, उत्तर प्रदेश, डिस्ट्रिक्ट बदायूं में लिखा है, ‘शम्सी शाही मस्जिद का निर्माण एक पुराने पत्थर के मंदिर की जगह पर किया गया था. इस मस्जिद के निर्माण के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री किसी नष्ट हुए मंदिर की प्रतीत होती है. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया रिपोर्ट ऑफ ए टूर इन द गैंगेटिक प्रोविंसेज 1875-76 एंड 1877-78 के मुताबिक कहा जाता है कि महिपाल ने हरमंदर नाम का एक मंदिर भी बनवाया था, जिसे मुस्लिमों ने नष्ट कर दिया था और वर्तमान जामा मस्जिद उसके स्थान पर बनाई गई है.

वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर विवाद.

बनारस की ज्ञानवापी मस्जिदज्ञानवापी मस्जिद का विवाद पुराना है. इस मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि मस्जिद के अंदर शिवलिंग है. इस मस्जिद का कार्बन डेटिंग भी की गई है, जिसमें एक कथित फव्वारा मिला था. हिंदू पक्ष का दावा है कि वह शिवलिंग है. ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर जिला अदालत और हाईकोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है.

मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद विवादश्रीकृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह मस्जिद को लेकर विवाद बहुत पुराना है. हिंदू पक्ष का दावा है कि 1670 में औरंगजेब ने मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया था. 1968 में मंदिर प्रबंधन और मस्जिद ट्रस्ट के बीच एक समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों पूजा स्थलों को एक साथ चलाने की अनुमति दी गई थी. फिर इस समझौते को चुनौती दी गई, जिसमें कहा गया कि यह धोखाधड़ से किया गया था. हिंदू पक्ष ने मस्जिद को हटाने और पूजा करने की अधिकार की मांग को लेकर कई याचिकाएं दायर की हैं.Prashant RaiPrashant Rai is a seasoned journalist with over seven years of extensive experience in the media industry. Having honed his skills at some of the most respected news outlets, including ETV Bharat, Amar Ujala, a…और पढ़ेंPrashant Rai is a seasoned journalist with over seven years of extensive experience in the media industry. Having honed his skills at some of the most respected news outlets, including ETV Bharat, Amar Ujala, a… और पढ़ेंFirst Published :August 12, 2025, 07:15 ISThomeuttar-pradeshयूपी की इन मस्जिदों पर विवाद, ज्ञानवापी और ईदगाह तो पुराना हो गया, नए में तो..

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