Chitrakoot News : कौन होते हैं अल्फा बंदर? जिन्हें पकड़ेगी मथुरा की स्पेशल टीम! जानें पूरी बात

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Last Updated:August 11, 2025, 17:48 ISTChitrakoot News : अल्फा बंदर अपने झुंड (troop) में सबसे ताकतवर, हावी और नेतृत्व करने वाले माने जाते हैं.अल्फा झुंड के बाकी बंदरों को लीड करता है और कई मामलों में फैसले तय करता है, जैसे कहां जाना है या किससे झगड…और पढ़ेंचित्रकूट : धर्म नगरी चित्रकूट, जो भगवान श्रीराम की तपोस्थली रही है, में आज भी वानरों की भारी संख्या देखने को मिलती है. मान्यता है कि वनवास काल में जब श्रीराम चित्रकूट आए थे, तो उनके साथ बजरंगबली भी यहां पहुंचे थे. तभी से यह पावन धरती बंदरों का स्थायी ठिकाना बन गई. हालांकि समय के साथ इनकी संख्या इतनी बढ़ गई है कि रिहायशी इलाकों, मठ-मंदिरों और बाजारों में ये शरारतें करके लोगों को खूब परेशान करते हैं

बता दें कि बंदरों के कारण आए दिन लोगों के सामान का नुकसान और काटने जैसी घटनाएं भी सामने आती हैं. इसी समस्या के समाधान के लिए वन विभाग ने एक अनोखी योजना तैयार की है. रानीपुर टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक प्रत्यूष कुमार कटियार ने बताया कि बंदरों को जंगल की ओर भेजने के लिए ट्री ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा. ये ट्री ब्रिज रिहायशी इलाकों और मठ-मंदिरों के आसपास खाली स्थानों पर लगाए जाएंगे, जो आपस में पेड़-रोड की तरह जुड़े होंगे और सीधे जंगल के रास्ते तक पहुंचेंगे.

ट्री ब्रिज का होगा निर्माण
योजना के तहत इन ट्री ब्रिज का इस्तेमाल कर वानर सेना को उनके असली घर यानी जंगलों में बसाया जाएगा. इसके साथ ही मठ-मंदिरों और अन्य स्थानों पर लोगों को जागरूक किया जाएगा कि वे अनावश्यक रूप से बंदरों को खाने-पीने की सामग्री न दें. अधिकारियों का मानना है कि यदि भोजन की आसान उपलब्धता कम होगी, तो बंदर स्वाभाविक रूप से जंगल की ओर रुख करेंगे.

अल्फा बंदरों पर होगी नजरप्रत्यूष कुमार कटियार ने आगे बताया कि जो बंदर आक्रामक होकर किसी पर हमला करता है या काटता है, तो उसके लिए भी हमने मथुरा से टेक्निकल टीम बुलाई है जो ट्रेनिंग देगी. यह टीम बंदरों की ज्यादा संख्या में भी उनके बीच मौजूद एल्फा बंदर को ढूंढने में मदद करेगी, जो बंदरों को गाइड करता है. ऐसे बंदरों को पकड़कर कुछ दिन बाद जंगलों की ओर छोड़ दिया जाएगा, ताकि अन्य बंदर भी उसके न दिखने पर धीरे-धीरे जंगल की ओर चले जाएं. वन विभाग का यह प्रयास न केवल शहरवासियों को बंदरों की शरारतों से राहत दिलाएगा, बल्कि इन वानरों के लिए भी सुरक्षित और अनुकूल आवास सुनिश्चित करेगा.Location :Chitrakoot,Uttar PradeshFirst Published :August 11, 2025, 17:48 ISThomeuttar-pradeshChitrakoot News : कौन होते हैं अल्फा बंदर? जिन्हें पकड़ेगी मथुरा की स्पेशल टीम!

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