Indian Cricket Team: भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-2 की बराबरी पर समाप्त किया. दोनों टीमों के बीच रोमांचकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सभी पांच टेस्ट की समाप्ति मैच के पांचवें दिन ही हुई. टीम इंडिया ने सीरीज के दौरान शार्दुल ठाकुर और नीतीश कुमार रेड्डी को तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में इस्तेमाल किया. नीतीश और शार्दुल ने उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया. शार्दुल की बल्लेबाजी कमजोर है तो नीतीश की गेंदबाजी. ऐसे में टीम इंडिया को एक ऐसे ऑलराउंडर की कमी खली जो दोनों विभागों में मजबूत हो.
इस कोच को आई हार्दिक की याद
वर्ल्ड क्रिकेट में बेन स्टोक्स, मिचेल मार्श जैसे ऑलराउंडर हैं जो बेहतरीन तेज गेंदबाजी के साथ-साथ शानदार बल्लेबाजी भी कर सकते हैं. न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर और महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच क्रैग मैकमिलन ने भारत में ऑलराउंडर की कमी पर बड़ा बयान दिया. इंटरनेशनल क्रिकेट में कीवी टीम के लिए 260 मैचों में 8010 रन बनाने के साथ-साथ 77 विकेट लेने वाले इस दिग्गज का उनका मानना है कि टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार्दिक पांड्या जैसे तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी खल रही है. हार्दिक ने आखिरी बार 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था और तब से वह चोट की वजह से इस फॉर्मेट से दूर हैं
विदेशों में खली हार्दिक की कमी
मैकमिलन ने कहा कि भारत के पास एशियाई पिचों पर रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर जैसे स्पिन-गेंदबाजी ऑलराउंडर मौजूद हैं, लेकिन न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी विदेशी पिचों पर टीम को हार्दिक जैसे खिलाड़ी की जरूरत है. उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का उदाहरण देते हुए कहा कि स्टोक्स एक ही खिलाड़ी में दो खिलाड़ियों का काम करते हैं. मैकमिलन ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ”एशियाई पिचों पर आपको जडेजा या वॉशिंगटन सुंदर जैसे स्पिन-गेंदबाजी ऑलराउंडर की जरूरत होती है. लेकिन न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में आपको तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की जरूरत होती है. यहीं पर भारत हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी की कमी महसूस कर रहा है, जो मध्यम गति से गेंदबाजी कर सकते हैं और निचले क्रम में बल्लेबाजी भी.”
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हार्दिक का टेस्ट करियर
हार्दिक ने अपने करियर में 11 टेस्ट मैचों में 31.05 की औसत से 17 विकेट लिए हैं. इसमें इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में लिया गया एक फाइव-विकेट हॉल भी शामिल है. बल्लेबाजी में उन्होंने 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतक लगाए हैं.
शुभमन गिल की कप्तानी पर बयान
मैकमिलन ने शुभमन गिल की बतौर कप्तान पहली टेस्ट सीरीज पर भी अपनी राय साझा की और उन्हें उनकी गलतियों से सीखने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा, ”वह एक अच्छे कप्तान दिखते हैं. पहली सीरीज बहुत कठिन होती है. ऐसे दबाव वाले मैचों में उन्होंने शायद कुछ गलतियां की होंगी. लेकिन आप उनकी पहली सीरीज में ऐसी उम्मीद कर सकते हैं. अनुभव के साथ वह बेहतर होंगे. वह भविष्य हैं, इसलिए भारत उनमें निवेश करेगा. वह अपनी टीम के खेल को जानेंगे, जो मुझे लगता है कि बहुत महत्वपूर्ण है.”
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शुभमन ने इंग्लैंड में बरसाए रन
गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 10 पारियों में 75.4 की औसत से 754 रन बनाए. इस दौरान चार शतक लगाए. उन्होंने लीड्स के हेडिंग्ले में 147 रनों की शानदार पारी से सीरीज की शुरुआत की और एजबेस्टन, बर्मिंघम में दूसरे टेस्ट में 430 रन (269 और 161) बनाए. यह टेस्ट मैच में दूसरा सबसे बड़ा मैच कुल योग था. इसके बाद उन्होंने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट में 103 रनों की मैच बचाने वाली पारी खेली, जिससे भारत मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा. उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया.