Last Updated:August 07, 2025, 22:07 ISTउत्तर प्रदेश का पीलीभीत टाइगर रिजर्व न सिर्फ बाघों की संख्या के लिए, बल्कि अपनी जैव विविधता के लिए भी देश-विदेश में मशहूर होता जा रहा है. यहां के घने जंगलों में बाघों की दहाड़ तो गूंजती ही है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यहां बिल्ली की 6 दुर्लभ प्रजातियां भी पाई जाती हैं. इनमें दुनिया की सबसे बड़ी बिल्ली टाइगर से लेकर सबसे छोटी बिल्ली रस्टी स्पॉटेड कैट तक शामिल है, जो इस रिजर्व की जैविक समृद्धि को और भी खास बना देती हैं. अगर पीलीभीत की बात करें और यहां के भारी भरकम बाघों का जिक्र ना हो ऐसा भला कैसे हो सकता है. बाघ को विश्व की सबसे बड़ी बिल्ली प्रजाति माना जाता है बाघों का वजन 300 किलो या फिर उसे अधिक भी हो सकता है. पीटीआर में वर्तमान में 71से भी अधिक बाघ मौजूद हैं. अगर बाघ के बाद किसी को शातिर शिकारियों की लिस्ट में रखा जाता है तो वह है तेंदुआ, जिसे कई इलाकों में गुलदार भी कहते हैं. गिर में पाए जाने वाले एशियाई शेरों के बाद तेंदुआ ही तीसरी सबसे बड़ी बिल्ली प्रजाति मानी जाती है. पीलीभीत में बाघों के साथ ही साथ तेंदुओं का कुनबा भी तेजी से बढ़ रहा है. यूपी के पीलीभीत टाइगर रिजर्व में जंगली बिल्ली भी पाई जाती है, जिसे वन बिलाव के नाम से भी जाना जाता है. इस बिल्ली की ऊंचाई 12 से 14 इंच तक होती है, वहीं इसके वजन की बात करें तो यह 2 किलो से 16 किलो तक हो सकता है. कई बार ये बिल्लियां आबादी वाले इलाकों में भी देखी जाती हैं. एक बिल्ली प्रजाति ऐसी भी होती है, जिसे देखकर अक्सर लोग इसे तेंदुए का बच्चा समझ बैठते हैं, जबकि असल में यह एक वयस्क बिल्ली होती है. इसके शरीर की बनावट और पैटर्न काफी हद तक तेंदुए से मिलते-जुलते हैं, इसी वजह से इसे लेपर्ड कैट कहा जाता है. खेतों और ग्रामीण इलाकों में इन बिल्लियों की मौजूदगी के वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं. चूहा खाते हुए तो बिल्ली को हम सभी ने देखा है, लेकिन एक बिल्ली प्रजाति ऐसी भी होती है जो मछली का शिकार करने में बेहद माहिर होती है. इसी खूबी के चलते इसे फिशिंग कैट कहा जाता है. इसे अक्सर जल स्रोतों जैसे नदियों, तालाबों और नहरों के आसपास देखा जाता है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व में चूंकि नदियों और नहरों का विस्तृत नेटवर्क फैला है, इसलिए यहां फिशिंग कैट की अच्छी खासी आबादी देखने को मिलती है. जैव विविधता के लिहाज से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को काफी समृद्ध माना जाता है. यही वजह है कि इस जंगल में जहां एक ओर दुनिया की सबसे बड़ी बिल्ली प्रजाति टाइगर देखने को मिलते हैं, वहीं दूसरी ओर रस्टी स्पॉटेड कैट जैसी दुनिया की सबसे छोटी बिल्ली प्रजाति भी पाई जाती है. अपनी बेहद छोटी काठी और शर्मीले स्वभाव के चलते यह बिल्ली बहुत कम नजर आती है, लेकिन यह इस जंगल की जैव विविधता को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण जीव है.First Published :August 07, 2025, 22:03 ISThomeuttar-pradeshदुनिया की सबसे बड़ी और सबसे छोटी बिल्ली एक ही जंगल में, यकीन नहीं तो खुद देखिए