Right Way to Pump Breast Milk: आज के दौर की महिलाएं घर के साथ-साथ प्रोफेशनल लाइफ की जिम्मेदारियों को भी मजबूती के निभा रही हैं. ऐसे में मां बनने के बाद कामकाजी महिलाओं के लिए लाइफ में बैलेंस रखना किसी चुनौती से कम नहीं होता, खासकर जब नवजात शिशु को ब्रेस्टफीलिंग करवाना हो. आमतौर पर कामकाजी महिलाओं के लिए ये सोचा जाता है कि वह लंबे समय तक ब्रेस्टफीडिंग नहीं कर पाती हैं, लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है. अगर महिलाओं सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जैसे सही जानकारी और प्लानिंग के साथ-साथ वर्कप्लेस में सपोर्ट, तो महिलाएं मदरहुड के साथ-साथ अपन करियर को भी अच्छे से बैलेंस कर सकती हैं.
कामकाजी महिलाओं के लिए ब्रेस्टफीडिंग है आसाननोएडा के CHC भंगेल की सीनियर मेडिकल ऑफिसर और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. मीरा पाठक के अनुसार आजकल कामकाजी महिलाओं के लिए ब्रेस्टफीडिंग करवाना आसान हो गया है. वे बताती हैं कि आजकल ज्यादातर ऑफिसेस में लेक्टेशन रूम होते हैं, जहां महिलाएं शांति और प्राइवेसी के साथ ब्रेस्टफीडिंग कर सकती हैं या फिर ब्रेस्ट मिल्क पंप के जरिए स्टोर भी कर सकती हैं. डॉक्टर का कहना है कि महिलाएं चाहें तो अपने दूध को निकालकर स्टोर भी कर सकती हैं और बाद में अपने बच्चे को पिला सकती हैं. इससे ऑफिस में काम करने के साथ महिलाएं अपने बच्चे को अपना दूध भी पीला पाएंगी, जिससे उसके पोषण और हेल्थ में कोई कमी नहीं आएगी.
ब्रेस्ट मिल्क पंप करने का सही तरीकाडॉ, पाठक कहती हैं कि ब्रेस्ट मिल्क पंप करने से पहले कई बातों का खास ख्याल रखना पड़ता है. ब्रेस्ट मिल्क पंप करते समय साफ-सफाई का बेहद जरूरी होता. इसे करते समय सबसे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए और पंप को भी अच्छे से साफ करना चाहिए. इसके साथ-साथ एक बार में 120 एमएल से ज्यादा दूध नहीं निकालना चाहिए. वहीं दूध को स्टोर करने से लिए ग्लास की बोतल या बीपीए फ्री प्लास्टिक की बोतल का ही इस्तेमाल करना चाहिए. ध्यान रखना रखें कि बोतल की ढक्कन टाइट फिटिंग ही हो.
ब्रेस्ट मिल्क को स्टोर करने का सही तरीकाब्रेस्ट मिल्क को स्टोर करने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. डॉ. ने बताया कि दूख को रूम टेम्परेचर पर स्टोर करने से यह करीब 4 घंटे तक ही सही रहता है, वहीं अगर दूध को फ्रिज में रखा जाए, दो इसे 4 दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं फ्रिज में दूध को स्टोर करते समय दूध को फ्रिज के पीछे वाले हिस्से में रखने चाहिए, न कि दरवाजे के पास, क्योंकि उस जगह टेम्परेचर में लगातार उतार-चढ़ाव आता रहता है, जिससे दूध जल्दी खराब हो सकता है.
स्टोर किए हुए ब्रेस्ट मिल्क को गर्म करने का तरीका डॉ. मीरा पाठक ने दूध को गर्म करने को लेकर भी गाइडलाइन दी है. उन्होंने बताया कि इस दूध को कभी भी उबालना नहीं चाहिए. इसके बजाय, दूध की बोतल को गुनगुने पानी से भरे एक बर्तन में रखकर नॉर्मल टेम्परेचर में लाया जा सकता है. वहीं एक बार दूध को रूम टेम्परेचर में लाने से बाद उसे दोबारा फ्रिज में नहीं रखना चाहिए और न ही उसमें नया निकाला गया दूध मिलाना चाहिए. ऐसा करने से दूध खराब हो सकता है.
3 से 4 घंटे के अंतराल पर निकालना चाहिए दूधवहीं कामकाजी महिलाओं को भी डॉ. पाठक ने सलाह दी है. उन्होंने कहा कि हर तीन से चार घंटे के अंतराल पर महिलाओं को दूध निकालने की आदत बनानी चाहिए. ऐसा न करने पर धीरे-धीरे दूध बनना कम हो सकता है, जिससे आगे चलकर ब्रेस्टफीडिंग में समस्याएं आ सकती हैं. इसके साथ-साथ ऑफिस से वापस आने के लिए महिलाओं को ट्रेडिशनल तरीके से ब्रेस्टफीडिंग करवाना चाहिए. इससे पोषण के साथ बच्चे को मां का स्पर्श भी मिलेगा.
स्टोर किया मिल्क भी है फायदेमंदअंत में डॉ. मीरा पाठक कहती हैं कि स्टोर किया गया ब्रेस्ट मिल्क भी बच्चे की सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद होता है, जितना कि ताजा दूध. इसमें भी जरूरी न्यूट्रिएंट्स, इम्युनिटी बढ़ाने वाले कंपोनेंट्स और ग्रोथ फैक्टर्स मौजूद होते हैं. यह बच्चे के ओवरऑल ग्रोथ में मदद करता है. –आईएएनएस
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.