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Kieran Shingler 26 Years Old Having brain cancer tumor Astrocytoma Thought As Normal Flu | 26 साल के युवक ने जिस बीमारी को समझा नॉर्मल फ्लू, वो ब्रेन को अंदर ही अंदर कर रही थी डैमेज



Brain Cancer: इंग्लैंड के 26 साल के युवक कीरन शिंगलर (Kieran Shingler) की हेल्थ जर्नी को सुनकर चौंका जाएंगे, जिसकी शुरुआत उन लक्षणों से हुई जिन्हें उन्होंने शुरू में फ्लू समझ लिया था. नवंबर 2022 में, बोनफायर नाइट पर, कीरन को फ्लू जैसे लक्षण महसूस होने लगे, जिसमें सिरदर्द, गले में खराश और बहती नाक शामिल थी. उन्हें शक हुआ कि ये कोरोना वायरस (Coronavirus) हो सकता है, इसलिए उन्होंने एक टेस्ट करवाया जो नेगेटिव आया. ये मानकर कि यह एक सामान्य फ्लू है, उन्हें और उनकी गर्लफ्रेंड एबी हेनस्टॉक (Abbie Henstock), को शुरू में कोई फिक्र नहीं थी.
..लेकिन तबीयत बिगड़ने लगीहालांकि, अगले दो हफ्तों में, उनकी हालत में काफी खराब हो गई. उन्हें सीरियस, बर्दाश्त के बाहर जैसा सिरदर्द होने लगा और वो भोजन को पचा नहीं पा रहे थे. एबी, जिन्हें कीरन एक हेल्जी और फिट यंग मैन के तौर पर याद किया जाता था जो रेगुलरली ट्रायथलॉन और वर्कआउट करते थे, जानती थीं कि कुछ बहुत गलत हो रहा था. उनकी मां लिसा (Lisa), जिनका एक साल बाद दुखद निधन हो गया, उन्होंने उनके डॉक्टर से बात की, जिसके बाद कीरन को वारिंगटन अस्पताल (Warrington Hospital) में भर्ती कराया गया. 
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ब्रेन में छिपी थी बीमारीशुरुआत में, डॉक्टर्स को मेनिन्जाइटिस का शक था. हालांकि, एक सीटी स्कैन में उनके ब्रेन पर एक गांठ का पता चला, जिसके बाद उन्हें लिवरपूल के वॉल्टन सेंटर में, एक विशेष न्यूरोलॉजी सुविधा में, आपातकालीन रूप से स्थानांतरित कर दिया गया। वहाँ, एक एमआरआई (MRI) स्कैन ने एक ब्रेन ट्यूमर को कंफर्म किया जो स्पाइनल फ्लूइड के फ्लो को रोक रहा था. कीरन को तुरंत एक सर्जरी की जरूरत थी जिसे एंडोस्कोपिक थर्ड वेंट्रिकुलोस्टोमी (Endoscopic Third Ventriculostom) यानी ईटीवी (ETV) कहा जाता है, जिसका मकसद ब्रेन में फ्लूइड प्रेशर को कम करना था.
खराब होने लगे हालातहालांकि ईटीवी ने शुरू में कुछ राहत दी, कीरन को ट्यूमर के हिस्से को हटाने और बायोप्सी सैंपल लेने के लिए एक दूसरी सर्जरी क्रैनियोटॉमी (Craniotomy) से गुजरना पड़ा. बदकिस्मती, इस सर्जरी के कारण उन्हें शॉर्ट  हो गई, जो मस्तिष्क के ऑपरेशन का एक साइड इफेक्ट है. हालत तब और खराब हो गई जब ईटीवी फेल हो गया, और उन्हें तेज बुखार और हद से ज्यादा दर्द होने लगा. डॉक्टरों ने उनके दिमाग से तरल पदार्थ को निकालने के लिए एक एक्सटर्नल शंट डालने के लिए तीसरी सर्जरी की.
एस्ट्रोसाइटोमा बीमारी का पता चला29 दिसंबर, 2022 को, इस तीसरी सर्जरी से ठीक एक घंटा पहले, कीरन और उनके परिवार को एक हैरान करने वाली खबर मिली. बायोप्सी ने कंफर्म किया कि उन्हें ग्रेड 3 एस्ट्रोसाइटोमा (Astrocytoma) था, जो एक हाइली अग्रेसिव और तेजी से बढ़ने वाला ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor) है. इस तरह के ट्यूमर के खास लक्षणों में लगातार सिरदर्द, दौरे, देखने और बोलने में दिक्कत, और कोगनिटिव डिकलाइन शामिल हैं.
जब पैरों तले खिसक गई जमीनक्रिसमस के पास की टाइमिंग की वजह से कीरन से उनकी डायग्नोसिस का पूरा रिजल्ट जनवरी 2023 तक छिपाया गया था. एक बार इंफॉर्म किए जाने पर, उन्होंने सदमा, डर और गुस्सा जाहिर किया. उनका सवाल था कि ऐसा उनके साथ “क्यों”  हुआ था. डॉक्टर ने बताया कि उनके पास एक साल का वक्त बचा है. 
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सिकुड़ने लगा ट्यूमरमुश्किल पूर्वानुमान के बावजूद, कीरन ने जनवरी 2023 में लिवरपूल के क्लैटरब्रिज कैंसर सेंटर (Clatterbridge Cancer Centre) में एक इंटेंसिव केयर प्लान शुरू किया. इसमें 30 सेशन रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी के शामिल थे. कीरन को इस बात से खुशी हुई कि, शुरुआती स्कैन से पता चला कि उपचार के बाद ट्यूमर सिकुड़ गया था.
फिर से बढ़ता दिखा ट्यूमरहालांकि, 2023 के मिड तक, ट्यूमर फिर से बढ़ने लगा. उन्हें लोमुस्टीन नामक एक दूसरी कीमोथेरेपी दवा पर रखा गया, जिससे ट्यूमर फिर से सिकुड़ गया. लेकिन लिवर को नुकसान के इशारे दिखने पर इस उपचार को रोकना पड़ा. कीरन ने अपने लिवर को ठीक होने देने के लिए एक ब्रेक लिया, जिसमें 6 और कीमोथेरेपी साइकिल का प्लान था. गौर करने वाली बात ये रही कि, 19 महीनों के दौरान जब वो इलाज से दूर थे, ट्यूमर 5.5 सेमी से घटकर सिर्फ 0.35 सेंटीमीटर हो गया. दुख की बात है कि, जून 2025 में एक रूटीन स्कैन के दौरान, ट्यूमर को एक बार फिर से बढ़ते हुए पाया गया.
गर्लफ्रेंड के साथ फंड रेज कियाअपनी पूरी जर्नी के दौरान, कीरन और एबी ने कीरन की  ‘क्रू’ नामक एक फंड रेजिंग की पहल शुरू की, ताकि ब्रेन ट्यूमर चैरिटी को सपोर्ट किया जा सके और रेड लाइट थेरेपी और ऑक्सीजन थेरेपी जैसे अल्टरनेटिव थेरेपी को कवर किया जा सके. अब तक, उन्होंने द ब्रेन ट्यूमर चैरिटी और अन्य के लिए 57,000 पाउंड से ज्यादा फंड जुटाए हैं.
फ्लू के लक्षणों को हल्के में न लेंकीरन की कहानी एक खौफनाक याद दिलाती है कि कैसे अनक्लियर, फ्लू जैसे लक्षण कभी-कभी गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं. उनके साहस और उनकी साथी के अटूट समर्थन ने दुनिया भर में ब्रेन कैंसर पेशेंट के लिए अवेरनेस और सपोर्ट को बढ़ाने में मदद की है.



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