Trikonasana Yoga Ke Fayde Triangle Pose Health Advantages in Correcting Body Posture | बॉडी को स्ट्रेच करके पोश्चर सही कर सकता है ये योगासन, हाजमा भी करता है दुरुस्त

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Trikonasana Yoga Ke Fayde Triangle Pose Health Advantages in Correcting Body Posture | बॉडी को स्ट्रेच करके पोश्चर सही कर सकता है ये योगासन, हाजमा भी करता है दुरुस्त



Trikonasana Ke Fayde: आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और भागदौड़ भरी रूटीन के बीच आज के वक्त में योग हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है. मेंटल स्ट्रेस, शारीरिक थकावट और बीमारियों से जूझते हुए लोग अब योग को सेहत का आधार मानने लगे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि अगर बचपन से ही योग की आदत बना ली जाए तो न सिर्फ शरीर फिट रहता है, बल्कि मानसिक रूप से भी इंसान मजबूत होता है. योग के तमाम आसनों में से एक है ‘त्रिकोणासन’, जिसे अंग्रेजी में ‘ट्राएंगल पोज’ कहा जाता है. ये शरीर को संतुलन और लचीला बनाता है.
इसके नाम का मतलबआयुष मंत्रालय के मुताबिक, त्रिकोणासन को ये नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसे करते समय हमारा हाथ, पैर और रीढ़ की हड्डी एक त्रिकोण का आकार बनाते हैं. ये आसन न सिर्फ शरीर को शेप देता है बल्कि मेंटल पीस भी प्रोवाइड करता है.
स्पाइन की हेल्थ के लिए अच्छात्रिकोणासन कमर और रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है. जो लोग घंटों बैठकर काम करते हैं या जिन लोगों को पीठ दर्द की परेशानी है, उनके लिए ये आसन काफी फायदेमंद है. इससे रीढ़ की नसों में खिंचाव आता है और लचीलापन बढ़ता है. साथ ही कमर के आसपास जमा फैट भी कम होता है. इसके रेगुलर एक्सरसाइज से खराब पोस्चर में भी सुधार होता है.
चपटे पैरों में भी लाए संतुलनफ्लैट फुट की परेशानी में त्रिकोणासन राहत देता है. फ्लैट फुट, यानी पैरों में नेचुरल आर्क की कमी, आज एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है. त्रिकोणासन की प्रैक्टिस से पैरों में संतुलन आता है और तलवे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. ये पैरों के तलवे, टखने और पिंडली को एक्टिव करता है जिससे फ्लैट फुट की परेशानी से राहत मिलती है. इसके नियमित अभ्यास से इंसान को चलने, दौड़ने और खड़े होने में स्थिरता और आराम मिलता है.
मेंटल हेल्थ के लिए अच्छात्रिकोणासन तनाव और चिंता में राहत देता है. इस आसन को करते वक्त जब हम गहरी सांस लेते हैं, तो मेंटल स्ट्रेस और चिंता कम होने लगती है. ये आसन दिमाग को शांत करता है, जिससे एकाग्रता बढ़ती है और नींद की क्वालिटी में भी सुधार होता है.
डाइजेशन करे दुरुस्तये आसन पाचन तंत्र को सुधारता है. इस आसन से आंतों और पेट के अंगों पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे पाचन क्रिया सक्रिय होती है और गैस, अपच, कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है. ये आसन मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे भोजन जल्दी और सही तरीके से पचता है.
कैसे करें ये आसन?त्रिकोणासन करने के लिए सबसे पहले पैरों को एक-दूसरे से तकरीबन तीन फीट की दूरी पर फैलाएं. अब अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में रखें और शरीर को संतुलित करें. दाहिने पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर घुमाएं और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर करें. अब गहरी सांस लें और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए कमर से दाहिनी ओर झुकें. दाहिने हाथ से दाहिनी एड़ी को छूने की कोशिश करें और बायां हाथ सीधा ऊपर की ओर उठाएं. सिर को घुमाकर ऊपर की ओर देखें और इस स्थिति में सामान्य रूप से सांस लेते हुए कुछ सेकंड तक रहें और फिर सामान्य पॉजिशन में आजाएं.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.



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