Last Updated:August 02, 2025, 12:02 ISTUP News: सरकार की मंशा है कि परिषदीय विद्यालयों में निर्धारित 19 बिंदुओं पर सुधार किया जाए. इसी क्रम में पुराने जर्जर ब्लैक बोर्ड की जगह अब वाइट और ग्रीन बोर्ड लगाए जा रहे हैं.चंदौली: जिले के परिषदीय विद्यालयों में अब शिक्षा का माध्यम पारंपरिक काले बोर्ड की जगह बच्चों की दृष्टि के अनुकूल हरे और सफेद बोर्ड होंगे. राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों के कायाकल्प और बच्चों के शैक्षणिक अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम उठाया गया है. इस कार्य के लिए शासन की ओर से 2 करोड़ 67 लाख रुपये की कंपोजिट ग्रांट जारी की गई है, जिससे जिले के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में आधुनिक बोर्ड लगाए जाएंगे.
हर कक्षा में लगाए गए हैं मल्टी बोर्ड प्राथमिक विद्यालय सरेसर, मुगलसराय के प्रधानाध्यापक अवनीश कुमार यादव ने लोकल18 को बताया कि सरकार की मंशा है कि परिषदीय विद्यालयों में निर्धारित 19 बिंदुओं पर सुधार किया जाए. इसी क्रम में पुराने जर्जर ब्लैक बोर्ड की जगह अब वाइट और ग्रीन बोर्ड लगाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि ब्लैक बोर्ड सीमेंट का बना होता था, जो समय के साथ खराब हो गया था और उस पर लिखा हुआ स्पष्ट दिखाई नहीं देता था. इससे बच्चों की आंखों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता था, लेकिन अब उनके विद्यालय में पहले से ही कंपोजिट ग्रांट के माध्यम से ग्रीन और वाइट बोर्ड लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि हर कक्षा में चार फीट गुणा छह फीट के मल्टी बोर्ड लगाए गए हैं, जिनपर शिक्षक ब्लैक मार्कर से पढ़ाते हैं. इससे छात्रों को स्पष्ट, सुंदर और आकर्षक लेख दिखता है, जिससे पढ़ाई में रुचि बढ़ती है.
स्मार्ट क्लास की भी सुविधा है मौजूद
अवनीश कुमार यादव ने आगे बताया कि उनके विद्यालय में स्मार्ट क्लास की भी सुविधा है. इसमें बड़ा साइज का स्मार्ट बोर्ड है, जो मल्टी बोर्ड की तरह काम करता है. कभी-कभी शिक्षण के दौरान इस पर भी ब्लैक मार्कर से पढ़ाया जाता है. इसके अलावा, यूट्यूब और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद से विजुअल लर्निंग कराई जाती है, जिससे बच्चों को पढ़ाई में और भी अधिक रुचि आने लगी है. इसी के साथ विद्यालय में निशुल्क पुस्तक वितरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जो राज्य सरकार की योजना के तहत हर वर्ष कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को मुफ्त पाठ्यपुस्तकें वितरित की जाती हैं. ग्राम प्रधान के सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ.
शिक्षा में भी अव्वल हैं यहां के छात्र वहीं, अवनीश कुमार ने बताया कि उनके विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति औसतन 90 प्रतिशत रहती है और छात्र शिक्षा में भी अव्वल हैं. उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय के सभी शिक्षक अत्यंत जागरूक हैं और बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने में निरंतर प्रयासरत हैं. इस अवसर पर विद्यालय में प्रधान प्रतिनिधि भानू प्रकाश यादव, शिक्षिका साधना देवी, अरूणा लता, शांति देवी, किरण कुमारी, मनीषा सिंह और शिक्षक संजय सिंह व संजीव कुमार यादव भी उपस्थित रहे. यह पहल निश्चित रूप से ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था में एक सकारात्मक बदलाव की ओर संकेत करती है.Location :Chandauli,Uttar PradeshFirst Published :August 02, 2025, 12:02 ISThomeuttar-pradeshसरकारी स्कूलों में अब हरे और सफेद बोर्ड पर होगी पढ़ाई, शासन से मिले 2.67 करोड़