अभिमन्यु ईश्वरन को इंग्लैंड के खिलाफ लंदन के ओवल मैदान पर जारी पांचवें टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया. अभिमन्यु ईश्वरन की अनदेखी की गई और करुण नायर को एक और मौका दिया गया. अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन ईश्वरन अपने बेटे के साथ हुई इस नाइंसाफी से बहुत नाराज हैं और उन्होंने भारतीय टीम मैनेजमेंट और हेड कोच गौतम गंभीर के फैसलों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बता दें कि अभिमन्यु ईश्वरन साल 2021 से लेकर अभी तक टीम इंडिया में शामिल होने के बावजूद सिर्फ बेंच गर्म कर रहे हैं.
टीम इंडिया में राजनीति का शिकार
टैलेंटेड बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन पहली बार साल 2021 में टीम इंडिया में शामिल हुए थे. अभिमन्यु ईश्वरन तब से किसी न किसी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम के स्क्वॉड में जरूर दिखाई दे जाते हैं, लेकिन 4 साल से वह डेब्यू की उम्मीद में सिर्फ बेंच ही गर्म कर रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की मौजूदा टेस्ट सीरीज में साई सुदर्शन को स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के तौर पर डेब्यू का मौका दिया गया, लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन के बारे में किसी ने नहीं सोचा.
इस बदनसीब क्रिकेटर के पिता का फूटा गुस्सा
अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन ईश्वरन ने अपने बेटे को बेंच पर बैठाए रखने के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट और हेड कोच गौतम गंभीर की आलोचना की है. अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन ईश्वरन ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘मैं अभिमन्यु के टेस्ट डेब्यू का इंतजार करने के सिर्फ दिनों की गिनती नहीं कर रहा हूं. मैं सालों की गिनती कर रहा हूं. अब तीन साल हो गए हैं. एक खिलाड़ी का काम क्या होता है? रन बनाना. उसने वो किया है. लोगों ने कहा कि उसने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे में इंडिया ए के दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और टीम में जगह नहीं बना पाया, जो कि सही भी है, लेकिन जब अभिमन्यु ने बॉर्डर गावस्कर सीरीज से पहले अच्छा प्रदर्शन किया था, तो उस दौरान करुण नायर टीम में नहीं थे. करुण को दलीप ट्रॉफी या ईरानी ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया था. अगर आप पिछले साल से लेकर इस साल तक की अवधि पर गौर करें तो अभिमन्यु ने लगभग 864 रन बनाए हैं.’
‘मेरा बेटा थोड़ा उदास लग रहा’
अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन ईश्वरन ने यह भी बताया कि कैसे कुछ खिलाड़ी अपने आईपीएल प्रदर्शन के माध्यम से सुर्खियों में आते हैं और कहा कि टेस्ट टीम का चयन करते समय आईपीएल के प्रदर्शन को ध्यान में नहीं रखा जाना चाहिए. अभिमन्यु ईश्वरन के पिता ने आगे कहा, ‘उन्होंने (भारतीय टीम मैनेजमेंट) करुण नायर को मौका दिया, ठीक है. करुण नायर ने 800 से ज्यादा रन बनाए. सेलेक्टर्स ने उन पर भरोसा जताया है. मेरा बेटा थोड़ा उदास लग रहा है, लेकिन ऐसा होना स्वाभाविक है. कुछ खिलाड़ी आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर जल्दबाजी में फैसला ले लेते हैं, जिससे उन्हें टेस्ट टीम में जगह मिलती है. लंबे फॉर्मेट के लिए टीम चुनते समय आईपीएल के प्रदर्शन को नहीं गिना जाना चाहिए. रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी को टेस्ट टीम में चयन का आधार बनाया जाना चाहिए.’
डेब्यू के लिए तरस रहा ये क्रिकेटर
बता दें कि दिसंबर 2021 से लेकर अभी तक 16 खिलाड़ी भारत के लिए टेस्ट डेब्यू कर चुके हैं. इन खिलाड़ियों में श्रेयस अय्यर, केएस भरत, सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल, ईशान किशन, मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, सरफराज खान, ध्रुव जुरेल, आकाश दीप, देवदत्त पडिक्कल, नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा, साई सुदर्शन और अंशुल कंबोज के नाम शामिल हैं. लेकिन अभिमन्यु ईश्वरन अभी भी डेब्यू के लिए तरस रहे हैं. अभिमन्यु ईश्वरन ने 103 फर्स्ट क्लास मैचों में 7841 रन बनाए हैं. अभिमन्यु ईश्वरन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 27 शतक और 31 अर्धशतक ठोके हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अभिमन्यु ईश्वरन का बेस्ट स्कोर 233 रन है.