What are the 5 diseases that used to bother the middle class but are now affecting Gen Z as well | Gen Z को घेर रही वो 5 बीमारियां, जो कभी मिडिल एज में करती थी परेशान, जवानी में मौत का बढ़ रहा खतरा

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What are the 5 diseases that used to bother the middle class but are now affecting Gen Z as well | Gen Z को घेर रही वो 5 बीमारियां, जो कभी मिडिल एज में करती थी परेशान, जवानी में मौत का बढ़ रहा खतरा



Middle Age Disease Affecting Gen Z: पहले जिन बीमारियों को मिडिल एज यानी 40-50 की उम्र के बाद की समस्या माना जाता था, अब वे बीमारियां 20-30 की उम्र के युवाओं को भी तेजी से अफेक्ट कर रही हैं. इसका बड़ा कारण बदलती लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, नींद की कमी, खराब डाइट और बढ़ता स्क्रीन टाइम है. आइए जानें ऐसी कौन-कौन सी बीमारियां हैं जो अब Gen Z को भी परेशान कर रही हैं.
 जेन जी को परेशान करने वाली मिडिल एज बीमारियां
1. डायबिटीज और प्री-डायबिटीजपहले टाइप-2 डायबिटीज को उम्र से जुड़ी बीमारी माना जाता था, लेकिन अब 20-30 साल की उम्र में भी युवा इसका शिकार हो रहे हैं. इसकी वजह है फिजिकल एक्टिविटीज की कमी, प्रोसेस्ड फूड और शुगर बेस्ड ड्रिंक्स का हद से ज्यादा सेवन.
2. हाई ब्लड प्रेशरस्ट्रेस, नींद की कमी और हद से ज्यादा नमक वाले भोजन के कारण युवाओं में भी हाई बीपी की शिकायत हो रही है. ये परेशानी पहले आमतौर पर 40 की उम्र के बाद होती थी, लेकिन अब कॉलेज और ऑफिस जाने वाले युवाओं में भी दिख रही है.
3. मोटापा और मेटाबॉलिक सिंड्रोमफिजिकल इनएक्टिविटी और जंक फूड की आदतों की वजह से युवाओं में मोटापा, फैटी लिवर और कोलेस्ट्रॉल इम्बैलेंस जैसी पॉब्लम्स भी तेजी से बढ़ रही हैं.
4. डिप्रेशन और एंग्जायटीमेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स अब युवाओं को तेजी से घेर रही हैं. सोशल मीडिया प्रेशर, करियर की फिक्र और रिलेशनशिप स्ट्रेस की वजह से जेन जी में डिप्रेशन और एंग्जायटी के केस बढ़े हैं.
5. हार्ट डिजीजहार्ट अटैक को कभी “मिडिल एज क्राइसिस” माना जाता था, लेकिन अब यह खतरा युवाओं तक पहुंच गया है. स्मोकिंग, शराब पीना, खराब डाइट और स्ट्रेस इसकी बड़ी वजह हैं. आपने देखा होगा कि दिल के दौरे पड़ने से कई यंग एज ग्रुप के लोगों की मौत हो रही है.
बचने के लिए क्या करें?Gen Z को अगर इन बीमारियों से बचना है तो उन्हें अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाने की जरूरत है. बैलेंस्ड डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज, वक्त पर सोना और मेंटल पीस को बनाए रखना जरूरी है. वरना जो बीमारियां पहले 40 की उम्र के बाद आती थीं, वे अब 20+ की उम्र में भी जीवन पर असर डाल रही हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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