यूपी के गोंडा में यहां चमत्कारी शिव मंदिर, जहां दर्शन से मिटते हैं सारे दुख-दर्द, जानें मान्यता

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Last Updated:July 27, 2025, 21:42 ISTमंदिर के महंत टिल्लू गोस्वामी ने लोकल 18 से कहा कि इस मंदिर को दूधेश्वर नाथ शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है. यह मंदिर न सिर्फ अपनी आस्था और आभा के लिए प्रसिद्ध है.बल्कि माना जाता है कि यहां दर्शन मात्र से ही भ…और पढ़ेंउत्तर प्रदेश गोंडा जिले के विकासखंड इटियाथोक के तिर्रे मनोरमा में स्थित है एक ऐसा शिव मंदिर जिसका दर्शन मात्र करने से सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं. लोगों का मानना है कि यह मंदिर काफी प्राचीन है. इस मंदिर पर भगवान भोलेनाथ स्वयं विराजमान है. इस शिव मंदिर का नाम है दूधेश्वर नाथ शिव मंदिर इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ की प्राचीन काल का शिवलिंग विराजमान है.वहां पर सोमवार और शुक्रवार को भक्तों की अपार संख्या में भीड़ होती है उसके अलावा यहां पर साल में एक बार मेले का आयोजन होता है.जहां पर देश-विदेश से लोग भी आते हैं.

मंदिर के महंत टिल्लू गोस्वामी ने लोकल 18 से कहा कि इस मंदिर को दूधेश्वर नाथ शिव मंदिर के नाम से जाना जाता है. यह मंदिर न सिर्फ अपनी आस्था और आभा के लिए प्रसिद्ध है.बल्कि माना जाता है कि यहां दर्शन मात्र से ही भक्तों के सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं.

भगवान भोलेनाथ स्वयं विराजमान
नकुल सिंह बताते हैं कि मनोरमा नदी का उद्गम गोंडा जिले के तिर्रे ताल से होता है. यह बस्ती के परशुरामपुर क्षेत्र से गुजरते हुए महुली के पास कुआनो नदी में मिल जाती है. इस नदी का नाम महर्षि उद्दालक की पुत्री मनोरमा के नाम पर पड़ा. ग्रामीणों का मानना है कि इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ स्वयं विराजमान हैं. यहां एक प्राचीन शिवलिंग स्थापित है, जिसे देखने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं. यह शिवलिंग बहुत ही चमत्कारी माना जाता है.इसकी पूजा से मानसिक शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.

भीड़भाड़ वाले दिननकुल सिंह का मानना है कि मंदिर के प्रांगण में एक ऐसा पोखर (तालाब) स्थित है जिसमें स्नान करने से मन के पाप भी दूर हो जाते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि इस पोखर का पानी कभी सूखता नहीं है यदि सूखने की नौबत आती है तो भगवान की कृपा से बारिश हो जाती है. हर सोमवार और शुक्रवार को यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. खास तौर पर सावन के महीने में मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना होती है, जिसमें हजारों की संख्या में शिवभक्त शामिल होते हैं.

आस्था का केंद्रसाल में एक बार इस मंदिर परिसर में विशाल मेले का आयोजन भी किया जाता है. इस मेले में सिर्फ गोंडा ही नहीं, बल्कि देश-विदेश से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं. मेले में धार्मिक कार्यक्रम, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक गतिविधियां होती हैं.दूधेश्वर नाथ शिव मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि आस्था, विश्वास और चमत्कार का प्रतीक भी है. लोगों का मानना है कि जो भी सच्चे मन से यहां आकर भगवान शिव से प्रार्थना करता है, उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं.Location :Gonda,Uttar Pradeshhomedharmगोंडा में यहां चमत्कारी शिव मंदिर, जहां दर्शन से मिटते हैं सारे दुख-दर्द 

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