मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन भारत को करना होगा ये काम, संजय मांजरेकर की सलाह पलट देगी सारे समीकरण!

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मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन भारत को करना होगा ये काम, संजय मांजरेकर की सलाह पलट देगी सारे समीकरण!



पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल को मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन बल्लेबाजी के लिए फिर से एकजुट होकर अपनी लय हासिल करनी होगी. भारतीय टीम पहले ही ओवर में यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन का विकेट गंवा चुकी थी, तब तक टीम इंडिया का खाता भी नहीं खुला था. यहां से राहुल और गिल ने टीम को संभालते हुए चौथे दिन की समाप्ति तक 174 रन की अटूट साझेदारी की. अब फिलहाल इंग्लैंड के पास 137 रन की लीड है.
मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन भारत को करना होगा ये काम
केएल राहुल 87 और शुभमन गिल 78 रन बनाकर नाबाद हैं. दोनों बल्लेबाजों के सामने मैच को ड्रॉ करवाने की चुनौती होगी. संजय मांजरेकर ने ‘जियो हॉटस्टार’ पर कहा, ‘रविवार को दो अहम पड़ाव हैं. पहला पड़ाव, दिन के शुरुआती 30 मिनट हैं. क्रीज पर सेट केएल राहुल और शुभमन गिल को रातभर के ब्रेक के बाद फिर से अपनी लय हासिल करनी होगी. दोनों बल्लेबाज ऐसा करने में सक्षम हैं, लेकिन फिर भी यह एक चुनौती होगी. दूसरा बड़ा पड़ाव तब आएगा, जब 17 ओवर के बाद दूसरी नई गेंद उपलब्ध होगी.’
संजय मांजरेकर ने क्या कहा?
संजय मांजरेकर ने कहा, ‘मुझे अब भी विश्वास है कि यह साझेदारी भारत के लिए काम करेगी. इस जोड़ी के अलावा, मुझे दूसरे खिलाड़ियों से ज्यादा उम्मीद नहीं है.’ संजय मांजरेकर ने शुभमन गिल और केएल राहुल की मानसिक मजबूती और दबाव में खुद को ढालने की क्षमता की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘यह मत भूलिए कि यह खिलाड़ी आईपीएल के सितारे हैं; वे टी20 बल्लेबाज हैं. किसी भी दिन अगर इन्हें लियाम डॉसन जैसे किसी गेंदबाज के खिलाफ तीन छक्के मारने हों, तो यह दोनों ऐसा कर सकते हैं, लेकिन अपनी उस स्वाभाविक आक्रामकता पर लगाम लगाते हुए धैर्य से टिककर खेलना, यही इस सीरीज में सबसे ज्यादा प्रशंसनीय है.’
भारतीय बल्लेबाजों का रवैया बेहतरीन
संजय मांजरेकर ने आगे कहा, ‘मैं सोच रहा था कि क्या इनमें इतनी मानसिक ताकत है, खासकर केएल राहुल में, जिन्होंने लगभग हर पारी में शानदार रन बनाए. फिर भी वह हर बार क्रीज पर समय बिताने की कोशिश कर रहे हैं. यह वाकई काबिल-ए-तारीफ है. चाहे पांचवें दिन नतीजा कुछ भी हो, इन भारतीय बल्लेबाजों का रवैया सराहनीय है. शुभमन गिल का उदाहरण लें, टी-ब्रेक से पहले उनका स्ट्राइक रेट 67 था, जबकि उसके बाद सिर्फ 29 था. यह अपने आप में बहुत कुछ कहता है. नतीजा चाहे जो हो, भारत को इन खिलाड़ियों पर गर्व होना चाहिए.’



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