Last Updated:July 26, 2025, 23:15 ISTआगरा के झरनापुरा गांव निवासी बीरभान (35) अपने 10 वर्षीय बेटे अजय के साथ चंबल नदी किनारे पानी भरने गए थे. इसी दौरान एक मगरमच्छ ने अचानक बीरभान पर हमला कर दिया. उसे पानी में खींचने लगा. पास खड़े अजय ने अदम्य साहस…और पढ़ेंcrocodile attackआगरा के बाह तहसील के बासौनी थाना क्षेत्र के हरलालपुर में 25 जुलाई 2025 की शाम एक साहसी घटना सामने आई. झरनापुरा गांव निवासी बीरभान (35) अपने 10 वर्षीय बेटे अजय के साथ चंबल नदी किनारे पानी भरने गए थे. इसी दौरान एक मगरमच्छ ने अचानक बीरभान पर हमला कर दिया. उसे पानी में खींचने लगा. पास खड़े अजय ने अदम्य साहस दिखाते हुए डंडा उठाया और मगरमच्छ पर ताबड़तोड़ प्रहार शुरू कर दिए. अजय के हमले से मगरमच्छ ने बीरभान को छोड़ दिया और भाग गया.
मगरमच्छ के हमले में बीरभान के पैरों में गहरे घाव हो गए. वह गंभीर रूप से घायल हो गए. ग्रामीणों और पुलिस की मदद से उन्हें तुरंत बाह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर स्थिति के कारण उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और घटना की जांच शुरू की.
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और मांग
इस घटना के बाद झरनापुरा और आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने बताया कि चंबल नदी में मगरमच्छों की संख्या बढ़ रही है. यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी नदी किनारे मगरमच्छों के हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जैसे जून 2025 में भगवानपुरा गांव में एक बुजुर्ग महिला को मगरमच्छ खींच ले गया था. ग्रामीणों ने प्रशासन से नदी किनारे चेतावनी बोर्ड लगाने, सुरक्षा घेराबंदी करने, और मगरमच्छों को पकड़ने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है.
अजय की बहादुरी की सराहना10 साल के अजय की साहसी कार्रवाई की क्षेत्रभर में चर्चा हो रही है. स्थानीय लोग और सोशल मीडिया पर अजय को “नन्हा हीरो” कहकर सराहना कर रहे हैं. 10 साल का अजय निषाद मगरमच्छ से भिड़ गया. अपने पिता को बचा लाया. यह साहस हर किसी में नहीं होता. इस घटना ने न केवल अजय की हिम्मत को उजागर किया, बल्कि चंबल नदी क्षेत्र में बढ़ते वन्यजीव खतरे पर भी ध्यान आकर्षित किया हैLocation :Agra,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshचंबल नदी में मगरमच्छ से भिड़कर पिता को छुड़ा लाया 10 साल का अजय, ऐसे बचाई जान