Last Updated:July 26, 2025, 13:07 ISTKanpur News in Hindi: IIT कानपुर के प्रो. ब्रजभूषण की रिसर्च के अनुसार, भारतीय शास्त्रीय संगीत, विशेषकर राग दरबारी और मिश्र जोगिया, तनाव कम करने और मानसिक सेहत सुधारने में मददगार है.हाइलाइट्सभारतीय शास्त्रीय संगीत तनाव कम करने में मददगार है.राग दरबारी और मिश्र जोगिया मानसिक सेहत सुधारते हैं.प्रो. ब्रजभूषण की रिसर्च ने संगीत के फायदे साबित किए.कानपुर: आज के भागदौड़ भरे जीवन में हर कोई किसी न किसी रूप में तनाव से जूझ रहा है. ऐसे में अगर आपसे कहा जाए कि रोज सिर्फ 15 मिनट संगीत सुनने से आपकी टेंशन कम हो सकती है और दिमाग भी तेज़ हो सकता है, तो शायद आप हैरान रह जाएं. लेकिन यह कोई दावा नहीं, बल्कि IIT कानपुर के उपनिदेशक प्रोफेसर ब्रजभूषण की 10 साल की गहराई से की गई रिसर्च का नतीजा है. उनके मुताबिक भारतीय शास्त्रीय संगीत का असर न केवल मन पर, बल्कि मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर भी सकारात्मक रूप से पड़ता है.
राग दरबारी सुनने के फायदेप्रो. ब्रजभूषण के अनुसार राग दरबारी और मिश्र जोगिया जैसे शास्त्रीय राग न केवल मन को शांत करते हैं, बल्कि यह एकाग्रता और इमोशनल कंट्रोल को भी बेहतर बनाते हैं. 2015 से 2025 तक किए गए चार चरणों के रिसर्च में यह साबित हुआ कि भारतीय शास्त्रीय संगीत तनाव को जड़ से खत्म करने में मददगार है.
ऐसे हुआ रिसर्च का आगाज़
शोध की शुरुआत 2015 में राग दरबारी से हुई. 40 प्रतिभागियों को एक महीने तक रोजाना 15 मिनट यह राग सुनवाया गया. इस दौरान ब्रेन स्कैनिंग और सोचने-समझने की क्षमता को मापने के लिए एक विशेष मॉडल का इस्तेमाल किया गया. नतीजे बेहद चौंकाने वाले थे – प्रतिभागियों की एकाग्रता में सुधार हुआ, भावनात्मक नियंत्रण बेहतर हुआ और तनाव में भारी कमी आई.
2018 में मिश्र जोगिया राग पर रिसर्च किया गया. इस बार प्रतिभागियों को सिर्फ सुरों का अलाप सुनवाया गया. फिर भी लोगों ने खुद को ज्यादा शांत और मानसिक रूप से स्थिर महसूस किया. यह दिखाता है कि शास्त्रीय सुरों की ताकत कितनी गहरी है.
सामान्य संगीत भी है फायदेमंद
2023 के बाद प्रोफेसर ने सामान्य तौर पर सुने जाने वाले म्यूजिक पर भी परीक्षण किया. लोगों को रोज 15 मिनट संगीत सुनने को कहा गया. इस बार भी नतीजे सकारात्मक रहे. लोगों ने धीरे-धीरे तनाव से राहत पाई और संगीत को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचानप्रो. ब्रजभूषण की रिसर्च को तीन अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित रिसर्च जर्नलों में प्रकाशित किया गया है. 2018 में साइंटिफिक रिपोर्ट्स, 2023 में प्लॉस वन और 2025 में फ्रंटियर्स इन ह्यूमन न्यूरोसाइंस में.यह इस बात का प्रमाण है कि भारतीय शास्त्रीय संगीत सिर्फ एक परंपरा नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद है.
प्रो. ब्रजभूषण का सुझाव है कि अगर स्कूलों में गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषयों की कक्षाओं से पहले संगीत की क्लास कराई जाए, तो छात्रों का ध्यान और समझने की क्षमता बेहतर हो सकती है. इसके अलावा, गंभीर मरीजों को इलाज या ऑपरेशन के दौरान राग दरबारी या मिश्र जोगिया सुनवाना उनके डर और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है.
Location :Kanpur Nagar,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshक्या सचमुच म्यूजिक है स्ट्रेस का इलाज? IIT कानपुर की रिसर्च में हुआ खुलासा!