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Health tips : ये तरीका जादुई, किसी भी बीमारी पर भारी पड़ेंगी कुछ बूंदें, हमेशा के लिए दवाओं से मुक्ति – Uttar Pradesh News

Last Updated:July 22, 2025, 23:38 ISTHealth tips : बदलते मौसम में बीमारियों का आना स्वाभाविक है, लेकिन अगर आप सजग हैं तो कोई भी बीमारी बाल भी बांका नहीं कर सकती है. ये तरीका भविष्य में बीमारी से बचाव की ढाल भी तैयार करता है.जौनपुर. अगर आप बार-बार बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार या गले की खराश जैसी परेशानियों से जूझते हैं, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है. केवल कुछ बूंदों की होम्योपैथिक दवा से आपकी मौसमी बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है. यह दावा है जौनपुर के जाने-माने होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. सुजीत कुमार श्रीवास्तव का. वे कहते हैं कि होम्योपैथिक इलाज न सिर्फ प्रभावी है बल्कि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता. डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार, बदलते मौसम में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को सबसे ज्यादा तकलीफ होती है. ऐसे में एलोपैथिक दवाएं कुछ समय के लिए राहत देती हैं, लेकिन उनकी निर्भरता और दुष्प्रभाव भविष्य में स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके विपरीत, होम्योपैथिक उपचार जड़ से इलाज करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है.

इसका असर स्थायी

डॉ. सुजीत बताते हैं कि कुछ खास होम्योपैथिक मेडिसिन बेहद असरदार साबित हुई हैं. यदि सही समय पर सही दवा दी जाए तो मरीज की हालत तेजी से सुधरती है. सर्दी-खांसी, वायरल फीवर, बदन दर्द, सिरदर्द और गले में खराश जैसी शिकायतें इन दवाओं से केवल कुछ बूंदों से ही नियंत्रित हो जाती हैं. इस चिकित्सा पद्धति की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह व्यक्ति विशेष की संरचना, लक्षण और मानसिक स्थिति के आधार पर इलाज करती है. यानी ‘वन मेडिसिन फॉर ऑल’ की बजाय, होम्योपैथी हर व्यक्ति के लिए अलग दवा और खुराक निर्धारित करती है. यही कारण है कि इसका असर स्थायी होता है.

रोग को जड़ से उखाड़ें

डॉ. श्रीवास्तव कहते हैं कि वर्तमान समय में जब मौसमी वायरल के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लोग पेनकिलर और एंटीबायोटिक का तुरंत सहारा ले लेते हैं, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है. इसके बजाय यदि रोग की शुरुआत में ही होम्योपैथी का सहारा लिया जाए, तो बीमारी की जड़ पर वार किया जा सकता है. डॉ. श्रीवास्तव के हिसाब से कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां लंबे समय से जुकाम या खासी से परेशान मरीजों को केवल 2 से 3 दिन के होम्योपैथिक इलाज से राहत मिल गई. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस चिकित्सा पद्धति पर विश्वास करें और डॉक्टर की सलाह लेकर दवाएं लें. होम्योपैथी न केवल इलाज करती है, बल्कि भविष्य में बीमारी से बचाव की ढाल भी तैयार करती है.Location :Jaunpur,Uttar PradeshhomelifestyleHealth tips : ये तरीका जादुई, किसी भी बीमारी पर भारी पड़ेंगी कुछ बूंदें

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