Uttar Pradesh

Poultry Farming : बकरे से महंगा बिकता है इस मुर्गे का मांस, मादा मुर्गी तो तीन गुना महंगी, इसे खाना स्टेटस सिंबल

Last Updated:July 23, 2025, 00:08 ISTChicken poultry farming tips : इस मुर्गे की त्वचा, पंख, मांस, खून सभी का रंग काला है. सफेद चिकन की तुलना में इसमें कॉलेस्ट्रोल की मात्रा काफी कम होती है. फैट कम होने से हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए रामबाण ह…और पढ़ेंरायबरेली. बदलते समय के साथ ही मुर्गी पालन का कारोबार भी बढ़ता जा रहा है. लोग इससे अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. मुर्गियों में भी कई नस्ल होती हैं. मुर्गी पालकों की कमाई इन्हीं नस्लों पर निर्भर करती है. मुर्गियां की सबसे अव्वल नस्ल आपको हैरानी में डाल देगी. इसका मांस बकरे के मांस से भी महंगा बिकता है. इस नस्ल के बारे में आपने भी कहीं न कहीं सुना ही होगा. इसे कड़कनाथ बुलाते हैं. जो अपनी कई खूबियों के लिए जाना जाता है. कड़कनाथ मुर्गी का पालन करके किसान अपनी आए कई गुनी कर सकते हैं. आइये पशु विशेषज्ञ से जानते हैं कड़कनाथ मुर्गी पालन से जुड़ी जरूरी टिप्स.

इसीलिए बाजारों में इसकी मांग इतनी

रायबरेली के राजकीय पशु चिकित्सालय शिवगढ़ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. इंद्रजीत वर्मा (एमवीएससी वेटनरी) लोकल 18 से बताते हैं कि कड़कनाथ मुर्गा मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में पाया जाने वाला एक खास नस्ल है. जो अपने कई गुणों के लिए जाना जाता है. इसका मांस और अंडा दोनों औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसीलिए बाजारों में इसकी मांग अधिक रहती है .मुर्गे की अन्य प्रजाति और उनके अंडों की तुलना में कड़कनाथ मुर्गा काफी मंहगा होता है. इसका एक अंडा करीब 30 से 35 रुपए और मुर्गा 900 से 1100 रुपए प्रति किलो तक आसानी से बिक जाता है. जबकि इस प्रजाति की मुर्गी की कीमत कड़कनाथ मुर्गे से भी तीन गुना ज्यादा होती है.

सामान्य मुर्गियों की तरह पालें या दूसरा कोई तरीका

डॉ. इंद्रजीत वर्मा बताते हैं कि कड़कनाथ मुर्गी का पालन किसान सामान्य मुर्गियों की तरह ही पोल्ट्री फार्म बनाकर कर सकते हैं. सामान्य मुर्गियों की तरह ही यह आहार का सेवन करते हैं. आप बैकयार्ड तरीके से भी इस मुर्गी का पालन कर सकते हैं. इस विधि में आपको ज्यादा जगह या ज्यादा खर्च की जरूरत नहीं पड़ेगी. अगर आप कड़कनाथ मुर्गी पालना चाहते हैं तो आपको उसकी पहचान होना भी बेहद जरूरी है. कड़कनाथ मुर्गे की त्वचा, पंख, मांस, खून सभी का रंग काला होता है. सफेद चिकन की तुलना में इसमें कॉलेस्ट्रोल की मात्रा काफी कम होती है, फैट की मात्रा कम होने के चलते इसे हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है. कड़कनाथ मुर्गा रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ कम वसा, प्रोटीन से भरपूर, हृदय-श्वास और एनीमिक रोगी के लिए लाभकारी है.

Disclaimer : इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.Location :Rae Bareli,Uttar Pradeshhomeagricultureबकरे से महंगा बिकता है इस मुर्गे का मांस, मादा मुर्गी तो तीन गुना महंगी

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