Uttar Pradesh

Chhangur Baba News: कौन है छांगुर का करीबी रशिद, जिसे ATS ने किया गिरफ्तार, हर शिकार पर मिलते थे 10 हजार

लखनऊ. उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने अवैध धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट में शामिल छांगुर गैंग के अहम सदस्य रशीद शाह को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. रशीद, बलरामपुर जिले के मधपुर गांव का रहने वाला है और जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा का करीबी सहयोगी बताया जाता है. ATS ने उसे उतरौला थाना क्षेत्र से हिरासत में लिया और लखनऊ में न्यायालय में पेश किया. रशीद पर आरोप है कि वह छांगुर के इशारे पर अवैध धर्मांतरण में सक्रिय था और प्रत्येक शिकार के लिए उसे 10,000 रुपये की रकम दी जाती थी.

रशीद शाह छांगुर गैंग का सक्रिय सदस्य था, जो अवैध धर्मांतरण के लिए हिंदू युवतियों को निशाना बनाता था. ATS के अनुसार, रशीद पहले भी धर्मांतरण के एक मामले में गिरफ्तार हो चुका था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से इस गैरकानूनी गतिविधि में शामिल हो गया. वह छांगुर के निर्देश पर बिचौलिए की भूमिका निभाता था, जिसमें टारगेट को लुभाने और धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने का काम शामिल था. ATS ने छांगुर के खिलाफ दर्ज FIR में रशीद को छठे नंबर पर नामजद किया था.

छांगुर गैंग का रैकेट

जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, जो इस रैकेट का मास्टरमाइंड है, को ATS ने 5 जुलाई को बलरामपुर से अपनी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन के साथ गिरफ्तार किया था. छांगुर ने स्वयं को ‘पीर बाबा’ और ‘सूफी बसाफा हजरत बाबा जलालुद्दीन’ के रूप में पेश कर एक संगठित नेटवर्क चलाया, जो हिंदू और अन्य गैर-मुस्लिम समुदायों के लोगों को प्रलोभन, दबाव और रोमांटिक रिश्तों के जरिए धर्मांतरण के लिए मजबूर करता था. जांच में पता चला कि गैंग ने जाति के आधार पर धर्मांतरण के लिए रकम तय की थी- ब्राह्मण, क्षत्रिय और सिख महिलाओं के लिए 15-16 लाख, ओबीसी के लिए 10-12 लाख और अन्य वर्गों के लिए 8-10 लाख रुपये.

रशीद इस रैकेट में एक महत्वपूर्ण कड़ी

रशीद इस रैकेट में एक महत्वपूर्ण कड़ी था, जो प्रत्येक सफल धर्मांतरण के लिए 10,000 रुपये का इनाम पाता था. ATS ने छांगुर के ठिकानों से बरामद एक डायरी में 100 से अधिक संभावित शिकारों के नाम मिले, जो इस रैकेट की विशालता को दर्शाता है. गैंग ने विदेशी फंडिंग के जरिए लगभग 100 करोड़ रुपये जुटाए, जिनका इस्तेमाल आलीशान संपत्तियों, लग्जरी गाड़ियों और शोरूम्स खरीदने में किया गया.

ATS की कार्रवाई

ATS ने इस मामले में अब तक छांगुर, उनकी पत्नी नीतू उर्फ नसरीन, उनके बेटे महबूब, नवीन उर्फ जमालुद्दीन और रशीद शाह सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में बुधवार देर रात हुई, जब ATS ने रशीद के ठिकानों पर छापेमारी की. जांच में पता चला कि रशीद गैंग की गतिविधियों को समन्वय करने और पैसे के लेन-देन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था.

ED ने भी की छापेमारी

ATS ने गैंग के 40 से अधिक बैंक खातों की पहचान की है, जिनमें मध्य पूर्व सहित विदेशों से 100 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग प्राप्त हुई. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में 14 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें बलरामपुर के 12 और मुंबई के 2 ठिकाने शामिल थे. ED अब मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी फंडिंग के कोण से जांच कर रहा है.

कानूनी कार्रवाई

रशीद शाह के खिलाफ उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 के तहत मामला दर्ज किया गया है, साथ ही भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 467/468/471 (जालसाजी), और आपराधिक साजिश के तहत भी कार्रवाई की जा रही है. उसे लखनऊ के गोमतीनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR के आधार पर गिरफ्तार किया गया. ATS ने रशीद को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे हिरासत में भेज दिया गया.

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