रांची की गलियों में एक वक्त क्रिकेट के शोर में एक आवाज गूंजती थी, ‘बंटी फिर हेलीकॉप्टर उड़ा देगा!’ वही बंटी… वही संतोष लाल, जिसने अपने दोस्त महेंद्र सिंह धोनी को वह हेलीकॉप्टर शॉट सिखाया, जो इंटरनेशनल क्रिकेट के पिच पर उनका सिग्नेचर स्टाइल बन गया. आज संतोष लाल दुनिया में नहीं हैं, लेकिन रांची की मिट्टी में उनकी कहानी अब भी सांस लेती है. संतोष लाल, जिन्हें दोस्त प्यार से ‘बंटी’ कहते थे, उनका निधन 17 जुलाई 2013 को हो गया था, लेकिन इस छोटे से जीवन में उन्होंने जो क्रिकेट को दिया, वह ‘अमर’ हो गया.
इस शख्स ने धोनी को सिखाया हेलीकॉप्टर शॉट
धोनी की बायोपिक ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ में भी यह दिखाया गया है कि कैसे संतोष ने धोनी को हेलीकॉप्टर शॉट सिखाया था. इस शॉट को सिखाने के एवज में बंटी ने धोनी से जो फीस ली थी, वह था समोसा. उस समय किसी ने नहीं सोचा था कि यह शॉट एक दिन क्रिकेट की दुनिया में धोनी की पहचान बन जाएगा. धोनी ने कई इंटरव्यू में भी संतोष का जिक्र करते हुए कहा है कि अगर बंटी नहीं होते, तो हेलीकॉप्टर शॉट उनके खेल का हिस्सा नहीं बन पाता.
बदलकर रख दी माही की जिंदगी
यह शॉट बंटी की वह विरासत है, जो हर बार धोनी के बल्ले से निकलकर जब आसमान में उड़ान भरती है, तब संतोष लाल का अपने दोस्त के लिए देखा गया सपना भी उसके साथ नजर आता है. संतोष लाल ने झारखंड के लिए आठ फर्स्ट क्लास, 16 लिस्ट ए और छह टी20 मैच खेले. एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज और मध्यम गति के गेंदबाज के रूप में उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई. मार्च 2010 में इंदौर के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला खेला था. इसके बाद बीमारी ने उनकी बल्लेबाजी की चमक को बुझा दिया, लेकिन उनकी यादें क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में अब भी जीवित हैं.
Pancreas में सूजन की बीमारी
संतोष को अग्न्याशय (Pancreas) में सूजन की बीमारी थी. धोनी जब टीम इंडिया के साथ एक दौरे पर जाने वाले थे तो उन्हें संतोष की नाजुक हालत का पता चला. धोनी ने संतोष को तुरंत रांची से दिल्ली ले जाने के लिए एयर एंबुलेंस का इंतजाम किया, लेकिन खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर को वाराणसी में ही उतारना पड़ा. तब तक संतोष के लिए काफी देर हो चुकी थी. संतोष दुनिया को अलविदा कह गए थे.
दोनों ने रेलवे में भी काम किया
संतोष और धोनी दोनों बचपन से ही बेहतरीन दोस्त थे. दोनों ने रेलवे में भी काम किया. धोनी ने जब पहली बार संतोष को हेलीकॉप्टर शॉट खेलते देखा तो माही ने तुरंत संतोष से इस शॉट के बारे में पूछा. संतोष ने इस शॉट को ‘थप्पड़ शॉट’ बताया. धोनी और संतोष रांची में टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलते थे. क्रिकेट खेलने के लिए दोनों टेनिस बॉल का इस्तेमाल करते थे और राज्य भर की यात्रा करते थे. धोनी को संतोष की बल्लेबाजी देखने का बहुत शौक था. संतोष एक निर्भीक बल्लेबाज थे.
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