चित्रकूट- नीम के पत्तों का स्वाद चाहे जितना भी कड़वा हो, लेकिन इसके भीतर छुपे औषधीय गुण शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. मानिकपुर सीएचसी में तैनात डॉक्टर पवन कुमार बताते हैं कि यदि रोजाना खाली पेट नीम के 4-5 पत्ते चबाए जाएं, तो शरीर लंबे समय तक स्वस्थ बना रह सकता है.
एंटी-बैक्टीरियल गुण सेहत के लिए फायदेमंदडॉ. पवन के अनुसार, नीम के पत्तों में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व शरीर की अंदरूनी गंदगी को बाहर निकालने में मदद करते हैं. इससे पाचन तंत्र बेहतर होता है और गट हेल्थ सुधरती है. नीम के पत्ते पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट कर पेट संक्रमण की आशंका को कम करते हैं.
लिवर की सफाई में सहायक
नीम के पत्तों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर की सूजन को कम करने में कारगर हैं. डॉ. पवन का मानना है कि जब शरीर का खून शुद्ध होता है, तब रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है. नीम के पत्ते खून की सफाई कर लिवर को हेल्दी बनाए रखने में सहायक होते हैं.
डायबिटीज रोगियों के लिए वरदानडायबिटीज यानी मधुमेह के मरीजों के लिए नीम के पत्ते किसी प्राकृतिक वरदान से कम नहीं हैं. इन्हें खाली पेट चबाने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और शरीर में इंसुलिन का संतुलन बना रहता है. डॉक्टर की मानें तो बार-बार गैस, कब्ज या ब्लोटिंग की समस्या वालों को भी इसका सेवन करना चाहिए.
पेट और त्वचा की समस्याओं में राहत
नीम के पत्तों में मौजूद प्राकृतिक फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है. साथ ही ये स्किन से जुड़ी समस्याओं जैसे कील-मुंहासे, दाग-धब्बे और रैशेज को भी कम करने में मदद करते हैं. इसलिए यह न केवल आंतरिक बल्कि बाहरी रूप से भी शरीर की रक्षा करता है.
इम्यून सिस्टम को बनाता है मजबूतडॉ. पवन के अनुसार, नीम के पत्ते चबाने से इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. इससे मौसमी बीमारियां, सांस संबंधी दिक्कतें और एलर्जी से भी बचाव होता है. अगर नीम को रोजाना की दिनचर्या में शामिल किया जाए तो यह एक संपूर्ण प्राकृतिक औषधि के रूप में कार्य करता है.
ध्यान रखें ये बातहालांकि नीम के पत्तों के अनेक फायदे हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन न करना ही बेहतर है, खासकर यदि आप पहले से किसी दवा या चिकित्सा उपचार में हैं.