Last Updated:July 17, 2025, 13:38 ISTChhangur Baba Illegal Conversion Case: धर्मांतरण रैकेट का सरगना छांगुर बाबा बीते 15 वर्षों से अवैध धर्मांतरण का धंधा चला रहा था. उत्तर प्रदेश पुलिस और बलरामपुर प्रशासन पर आरोप है कि उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दि…और पढ़ेंछांगुर बाबा के पांच साथी फरार.हाइलाइट्स15 सालों से चला रहा था अवैध धर्मांतरण का धंधा.अब भी 5 आरोपी गिरफ्त से दूर.लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के मामले में चर्चित छांगुर बाबा सिंडिकेट से जुड़े पांच आरोपी अब भी यूपी एटीएस की गिरफ्त से बाहर हैं. जबकि 16 नवंबर 2024 को लखनऊ के गोमती नगर थाने में दर्ज एफआईआर में इनका नाम स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है. एफआईआर के अनुसार, इस मामले में कुल नौ लोग नामजद हैं, जिनमें से चार- जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, उसका बेटा महबूब, नीतू उर्फ नसरीन और नवीन उर्फ जमालुद्दीन को एटीएस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
कस्टडी में गोलमोल जवाबकस्टडी रिमांड में लिए गए मुख्य आरोपी छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन एजेंसियों को स्पष्ट जानकारी देने से बच रहे हैं. दोनों आरोपी टालमटोल जवाब देकर जांच में बाधा पहुंचा रहे हैं, जिससे अन्य आरोपियों तक पहुंचने में देरी हो रही है. इससे एटीएस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं.
पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत के आरोप
आम लोगों में यह चर्चा भी तेज है कि आखिर छांगुर बाबा 15 वर्षों तक पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे यह सिंडिकेट कैसे चलाता रहा. देवगांव (आजमगढ़) में भी इन आरोपियों पर धर्मांतरण के मामले दर्ज हैं. फिर भी उन्हें अब तक गिरफ्तार न किया जाना प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है.
सीएम योगी ने दी थी सख्त चेतावनीमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस मामले को गंभीर मानते हुए सख्त कार्रवाई की बात कह चुके हैं. लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी में हो रही देरी से सरकार की साख पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.Location :Lucknow,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshछांगुर बाबा के वो 5 राजदार, जिन्हें ED-ATS भी नहीं ढूंढ पा रही… क्या है वजह