Mosquito Threat Rises in Monsoon Watch for These Symptoms be alert It Could Be Chikungunya | मानसून में मच्छरों से बढ़ा खतरा! ये लक्षण दिखें तो तुरंत हो जाएं अलर्ट, हो सकता है चिकनगुनिया

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Mosquito Threat Rises in Monsoon Watch for These Symptoms be alert It Could Be Chikungunya | मानसून में मच्छरों से बढ़ा खतरा! ये लक्षण दिखें तो तुरंत हो जाएं अलर्ट, हो सकता है चिकनगुनिया



Chikungunya: बरसात का मौसम अपने साथ ठंडक, सुकून और हरियाली तो लाता है, लेकिन इन दिनों कई बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. चिकनगुनिया उन्हीं बीमारियों में से एक है, जो खासतौर पर बरसात के दिनों में तेजी से फैलती है. चिकनगुनिया मच्छरों के काटने से होने वाला वायरल बुखार है, जो शरीर को अंदर से कमजोर बना देता है. अगर इस बीमारी के लक्षणों लक्षणों को समय से न पहचाना जाए तोइसके लक्षणों को समय रहते न पहचाना जाए, तो हालत ज्यादा खराब भी हो सकती है.
चिकनगुनिया बीमारी का खतरा हर साल बढ़ता चला जा रहा है. लोगों की लापरवाही इस बीमारी का कारण बनता है. इस बीमारी के लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों में भयंकर दर्द और सूजन, थकान, सिरदर्द और शरीर पर चकत्ते निकल आते हैं. कई बार इसका दर्द महीनों तक जाता ही नहीं है. इसलिए सबसे जरूरी है कि बरसात के मौसम में आस-पास पानी कहीं भी इकट्ठा न होने दें. जिससे मच्छर भी आपसे दूर रहें. आइए च‍िकनगुन‍िया के लक्षणों को जानते हैं साथ ही इससे बचने के तरीके भी जानेंगे.
बारिश में बढ़ जाता है च‍िकनगुन‍िया का खतरा
मानसून के मौसम में जगह-जगह पानी जमा हो जाता है, जिससे मच्छर पनपने लगते हैं. इसी पानी में एडीज नाम के मच्छर भी पनपने लगते हैं. ये मच्छर सबसे ज्यादा दिन में एक्टिव होते हैं. इन मच्छरों के काटने से चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है. अगर आपको इन मच्‍छरों ने काट ल‍िया है तो 3-4 दिनों के अन्दर इस बीमारी के लक्षण नजर आने लगते हैं.
कई बार तो यह बीमारी खुद ब खुद ठीक हो जाती है, लेक‍िन अगर इम्‍युन‍िटी पहले से ही कमजोर है, जैसे बच्‍चे या बूढ़ों में ये बीमारी गंभीर रूप धारण कर लेती है. और यह बात सबसे महत्वपूर्ण है कि यह एक व्यक्ति से दूसरे व्‍यक्‍त‍ि में तेजी से फैलता है. इनके लक्षणों को पहचान कर समय रहते इनसे बचा जा सकता है.
जान लीजिए च‍िकनगुन‍िया के लक्षण
चेहरे या शरीर पर लाल चकत्‍ते पड़ना
सिर दर्द होना
बुखार आना
चक्‍कर आना
जोड़ों में दर्द बने रहना
थकान महसूस होना
मसल्‍स में दर्द होना
उल्टी होना
बचाव के क्या हैं तरीके
इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि मच्छर से बचा जाए, इसलिए घर के आसपास बिलकुल भी पानी न जमा होने दें.
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें.
सुबह-शाम फुल स्‍लीव्‍स के कपड़े पहनें.
साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.



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