Last Updated:July 15, 2025, 08:38 ISTMathura News: वृंदावन के गोरे दाऊजी मंदिर का आश्रम 70 वर्षों से निशुल्क भोजन और रहने की व्यवस्था कर रहा है. महंत गोविंद दास महाराज ने बताया कि यहां कोई भी भक्त भूखा नहीं सोता और हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं.निर्मल कुमार राजपूत / मथुरा : धर्म नगरी वृंदावन में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. यहां भगवान बांके बिहारी की कृपा से कोई भी भक्त निराश होकर नहीं लौटता है. जिस व्यक्ति की जैसी भावना होती है. उसे उसी के अनुरूप यहां खाने-पीने की व्यवस्था के साथ-साथ रहने की सुविधा भी उपलब्ध हो जाती है. कोई भी भक्त यहां भूखा नहीं सोता है और किसी न किसी माध्यम से उसे किसी धर्मशाला या आश्रम में रात गुजारने के लिए आसरा मिल जाता है. वृंदावन में एक ऐसा आश्रम है, जो विगत 70 वर्षों से लोगों को निशुल्क भोजन और रहने की व्यवस्था उपलब्ध करा रहा है. आईए, जानते हैं इस आश्रम के बारे में जहां रहने खाने की निशुल्क व्यवस्था लोगों के लिए है.
70 सालों से निशुल्क कमरे और भोजन उपलब्ध कर रहा ये आश्रम
मथुरा जिले से 12 किलोमीटर दूर स्थित है वृंदावन. यहां आस्था की दृष्टि से हजारों श्रद्धालु हर दिन भगवान बांके बिहारी के दर्शन के लिए आते हैं. कोई भक्त यहां आकर ढाई हजार या 5000 का किराए पर रूम लेता है. किसी भक्त को यहां भोजन भी करने के लिए पैसे नहीं होते हैं. भगवान बांके बिहारी के सभी भक्तों को एक समान मानते हुए, यहां रहने खाने की व्यवस्था निशुल्क कर रखी है. वृंदावन का एक ऐसा आश्रम है, जो लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है. भूखे को भोजन और निराश्रित को आसरा दे रहा है.
यह आश्रम निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा के लिए सदैव तत्पर है. 24 घंटे इस आश्रम के दरवाजे यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुले रहते हैं. वृंदावन के गोरे दाऊजी मंदिर के आश्रम में हर दिन हजारों श्रद्धालु जाकर विश्राम करते हैं और भोजन आदि की व्यवस्था यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए की गई है. गोरे दाऊजी मंदिर के महंत गोविंद दास महाराज ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि कोई भी भक्त यहां भूखा नहीं सोता है. आश्रम में रहने खाने की व्यवस्था निशुल्क है. किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. अगर कोई व्यक्ति दान देना चाहता है, तो वह संत और गौ सेवा के साथ-साथ ब्रज वासियों की सेवा का अवसर उठा सकता है. उन्होंने बताया कि 70 वर्षों से लगातार इस सेवा को गोरे दाऊजी आश्रम कर रहा है. भूखे को भोजन देना, निराश्रित को आश्रय देना गोरे दाऊजी आश्रम की प्रमुखता है. महंत गोविंद दास महाराज ने यह भी बताया कि हर दिन प्रसादी 11:00 बजे तक चलती है. जिसका कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है. हर दिन प्रसाद भी बदल बदल कर तैयार किया जाता है और भक्त उसका आनंद लेते हैं.Location :Mathura,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshवृंदावन में यहां 70 सालों से लोगों को फ्री में खिलाया जा रहा खाना