Last Updated:July 15, 2025, 06:37 ISTAgra News: आगरा पुलिस ने साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए ऑपरेशन कोडब्रेक की शुरुआत की है. इसके तहत पुलिस साइबर अपराधियों को चिन्हित कर धरपकड़ भी शुरू कर दी है. Agra News: आगरा पुलिस ने शुरू किया ऑपरेशन कोडब्रेक हाइलाइट्सआगरा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन की शुरुआत की हैऑपरेशन कोडब्रेक के तहत पुलिस साइबर अपराधियों पर कहर बनकर टूट रही हैइस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर रिकवरी भी की हैआगरा. आगरा में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए आगरा पुलिस ने एक नई पहल की है. पुलिस ने ‘ऑपरेशन कोडब्रेक’ नामक एक नया अभियान शुरू किया है. इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य ऑप्टींग फ्रॉड, यूजर्स धोखाधड़ी, फिशिंग और फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स जैसे डिजिटल अपराधों में शामिल गिरोहों की पहचान कर उन्हें कानून के दायरे में लाना और सख्त कार्रवाई करना है. इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है और आगरा के विभिन्न थानों से साइबर ठगों को गिरफ्तार भी किया है.
इस पूरे अभियान में ‘प्रतिबिंब पोर्टल’ की बड़ी सहायता ली जा रही है. केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए इस प्रतिबिंब पोर्टल का उपयोग प्रमुख तकनीकी सहायक के रूप में किया जा रहा है. इसके माध्यम से आईडी ट्रैकिंग, डिजिटल फुटप्रिंट विश्लेषण और अकाउंट लिंकिंग जैसे एडवांस टूल्स की सहायता ली जा रही है, जिनसे अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी संभव हो रही है. साइबर हेल्पलाइन और थाना स्तर पर पुलिस कर्मियों को भी इस ऑपरेशन की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे अपराधियों की नई तकनीक से मुकाबला कर सकें.
तुरंत FIR दर्ज कर साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि ऑनलाइन साइबर जनसुनवाई केंद्र के दौरान एक तेज और पारदर्शी रिपोर्टिंग सिस्टम तैयार किया गया है, जिससे आम नागरिक अपने साइबर फ्रॉड की शिकायत सीधे दर्ज करा सकते हैं. डिजिटल सबूतों की त्वरित जांच और प्रक्रिया के लिए पुलिस टीमों को टेक्निकल एक्सपर्ट्स और डेटा एनालिस्ट्स का भी सहयोग मिल रहा है, जिससे एफआईआर दर्ज कर तुरंत साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की जा रही है. बैंकिंग सेक्टर, टेलीकॉम कंपनियों और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के साथ मिलकर फंड रिवर्सल और डैमेज कंट्रोल को प्राथमिकता दी जा रही है.
साइबर क्राइम टास्क फोर्स तैनात
साइबर क्राइम हॉटस्पॉट्स की मैपिंग कर टास्क फोर्स तैनात की जा चुकी है. ऑपरेशन कोडब्रेक के दौरान कई उच्च-प्रोफाइल साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. सैकड़ों फेक सोशल मीडिया प्रोफाइल्स को बंद किया गया है जो फर्जीवाड़े और अश्लीलता फैला रहे थे. बैंक फ्रॉड और यूपीआई स्कैम से जुड़े मामलों में लाखों की रिकवरी कर पीड़ितों को राहत पहुंचाई गई है. अब आगरा पुलिस का मानना है कि इस ऑपरेशन कोडब्रेक के जरिए साइबर अपराधों पर लगाम लगाई जा रही है. भविष्य में इस ऑपरेशन का दायरा और बढ़ाया जाएगा, जिसमें संस्थानों, को-ऑपरेटिव सेक्टर और आम नागरिकों को जागरूक करने के लिए वर्कशॉप और ट्रेनिंग कैंप भी आयोजित किए जाएंगे.Amit Tiwariवरिष्ठ संवाददाताPrincipal Correspondent, LucknowPrincipal Correspondent, Lucknow Location :Agra,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshआगरा पुलिस का ‘ऑपरेशन कोडब्रेक’, क्यों खौफ में हैं साइबर ठग, अब तो खैर नहीं