संजय कुमार/चंदौली: जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय (PDDU) नगर में सावन माह की शुरुआत होते ही कांवड़ियों की भीड़ उमड़ने लगी है. बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर) की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन और रेलवे ने सुरक्षा एवं सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. सड़क मार्ग, रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में कांवड़ियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है.
250 सुरक्षाकर्मी किए गए तैनात
PDDU जंक्शन पर कांवरियों की निगरानी और सुरक्षा के लिए 250 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही पूरे स्टेशन परिसर को CCTV कैमरों से लैस किया गया है और ड्रोन कैमरों की मदद से भी निगरानी की जा रही है. रेलवे पुलिस (RPF) और जीआरपी की संयुक्त टीम यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटी है.
2005 से हर साल जा रहे हैं बाबा धाम
लोकल 18 से बातचीत में कांवड़ यात्री रत्नेश शुक्ला ने बताया कि हम लोग सुबह 9 बजे घर से निकले थे. योजना थी कि आज रात जल उठाएं, लेकिन ट्रेन छूट गई, अब अगली ट्रेन का इंतजार है. जब ट्रेन मिलेगी, तो कल देवघर पहुंचेंगे और जल उठाएंगे. हमारे बाकी साथी पहले ही निकल चुके हैं, हम 5 लोग छूट गए हैं. हम 2005 से हर साल बाबा धाम जा रहे हैं. डीडीयू स्टेशन पर इस बार भी व्यवस्था बहुत अच्छी है, जैसे हर साल रहती है.
डीडीयू स्टेशन पर प्रशासन की व्यवस्था बहुत अच्छी है
वहीं, पहली बार बोल बम यात्रा पर निकले छोटे कांवड़िया बाबू ने बताया कि हम पापा के साथ पहली बार बाबा धाम जा रहे हैं. बहुत उत्साहित हूं. स्कूल से छुट्टी भी ले लिया हूँ. कांवड़ यात्री मुनिराज सिंह ने जानकारी दी कि वे बंदा से आए हैं. कल रात बनारस में रुके थे, अब डीडीयू जंक्शन से बाबा धाम देवघर के लिए निकलने की तैयारी है. पिछले 2 साल से लगातार जा रहे हैं. डीडीयू स्टेशन पर प्रशासन की व्यवस्था बहुत अच्छी है. रेलवे और जीआरपी के जवान हर जगह तैनात हैं. बाबा धाम से लौटने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन भी करेंगे.
हर स्तर पर किए गए हैं व्यापक प्रबंध
प्रशासन की ओर से साफ-सफाई, पेयजल, चिकित्सा और विश्राम की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. कांवरियों के ठहरने के लिए अस्थायी टेंट, चिकित्सा शिविर और सहायता केंद्र भी लगाए गए हैं. सावन महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ धाम की यात्रा करते हैं, ऐसे में यह सुनिश्चित करना कि उन्हें कोई असुविधा न हो, प्रशासन की प्राथमिकता बनी हुई है. कुल मिलाकर, इस बार डीडीयू जंक्शन से लेकर देवघर तक श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए हर स्तर पर व्यापक प्रबंध किए गए हैं.