ऑर्गेनिक खेती में बड़ा नाम है शुभावरी चौहान, सिर्फ 20 साल की उम्र में मिला हिंदुस्तान यूथ आइकॉन अवॉर्ड

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Last Updated:July 11, 2025, 12:58 ISTShubhavari Chauhan: खेती को व्यवसाय के रूप में अपनाने के साथ-साथ शुभावरी चौहान ने समाज सेवा को भी प्राथमिकता दी. उन्होंने अपने गांव के सभी परिवारों को निशुल्क जल उपलब्ध कराया, जिससे पानी की कमी से जूझ रहे ग्रामीणों को राहत मिली. इसके अतिरिक्त, उन्होंने गांव की साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए. सहारनपुर के किसान अलग-अलग प्रकार की खेती कर सहारनपुर जनपद का नाम नेशनल स्तर पर रोशन कर रहे हैं. उन्हें में से एक है महिला किसान शुभावरी चौहान जो की 9 साल की उम्र से अपने पिता संजय चौहान के साथ ऑर्गेनिक खेती व समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण आदि करती चली आ रही है और शुभावरी ने हमेशा सहारनपुर का नाम रोशन किया है. इस बार शुभावरी को राष्ट्रीय हिंदुस्तान यूथ आइकॉन अवॉर्ड के लिए चुना गया है जोकि सहारनपुर की ग्लोकल यूनिवर्सिटी ने 28 जुलाई को आयोजित होगा. शुभावरी चौहान ने पिछले तीन वर्षों में अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से ऑर्गेनिक खेती के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाई है. उन्होंने पारंपरिक खेती से हटकर जैविक खेती को अपनाया और उसे एक सफल व्यवसाय के रूप में स्थापित किया. उनके उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता के कारण उनकी उपज की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी होने लगी है, जिससे न केवल उन्हें आर्थिक सफलता मिली, बल्कि उन्होंने अपने गांव का नाम भी रोशन किया. खेती को व्यवसाय के रूप में अपनाने के साथ-साथ शुभावरी चौहान ने समाज सेवा को भी प्राथमिकता दी. उन्होंने अपने गांव के सभी परिवारों को निशुल्क जल उपलब्ध कराया, जिससे पानी की कमी से जूझ रहे ग्रामीणों को राहत मिली. इसके अतिरिक्त, उन्होंने गांव की साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए. उनके नेतृत्व में गांव में करीब 200 नीम के पेड़ लगाए गए, जिससे वातावरण शुद्ध हुआ और गांव हराभरा बना. बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शुभावरी ने निशुल्क योग कक्षाएं शुरू कीं, जिसमें गांव के बच्चों को नियमित रूप से योगाभ्यास कराया जाता है. इससे बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत में सुधार हुआ है. शुभावरी चौहान का यह प्रयास न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि यह दर्शाता है कि यदि इच्छा शक्ति हो तो कोई भी व्यक्ति अपने कार्यों से समाज और पर्यावरण दोनों में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है. उनका जीवन कार्यशीलता, सामाजिक उत्तरदायित्व और नवाचार का उत्कृष्ट उदाहरण है. सहारनपुर की बेहट विधानसभा के छोटे से गांव कोठड़ी बहलोलपुर की रहने वाली शुभावरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी ऑर्गेनिक खेती करने को लेकर सम्मान मिल चुका है. ऑर्गेनिक में शुभावरी आलू, बैंगन, टमाटर, गाजर, मूली, शलजम, मटर, गोभी आदि सहित आम भी लगाएं हुए है. शुभावरी की सभी सब्जियां खेत से ही ऑनलाइन बिकती है. खेती के साथ-साथ शुभावरी ऑर्गेनिक गन्ने से गुड़, शक्कर भी बनाती है. जिसकी डिमांड भारत देश ही नही बल्कि विदेशों में भी खूब है. शुभावरी का गुड़, शक्कर 100 रुपये किलो से लेकर 500 रुपये किलो तक बिकता है. जोकि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. शुभावरी चौहान को बचपन से ही पशुओं से बड़ा प्रेम है शुभावरी ने 24 से अधिक गाय पाल रखी है जिनका सारा काम वह खुद खरती है. और गायों के दूध से देशी घी जिसकी कीमत 2000 रुपये किलो से भी अधिक है उसको बनाती है. इतना ही नही गोबर और गोमूत्र से फसलों के लिए दवाई तैयार करती है. एक लड़की होने के बावजूद शुभावरी वो सभी काम कर लेती है जिनको अक्सर लड़के ही करते हुए दिखाई देते है जैसे खेत की ट्रेक्टर से जुताई करना, बुलेट, कार चलाना, पशुओं का सभी काम करना आदि जिसको देख कर अन्य लडकिया भी शुभावरी की तरह ही आत्मनिर्भर बन रही है.homeagricultureशुभावरी को सिर्फ 20 साल की उम्र में मिला हिंदुस्तान यूथ आइकॉन अवॉर्ड

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