Last Updated:July 10, 2025, 00:01 ISTधार्मिक मान्यता के अनुसार त्रेता युग में इसी जगह पर गुरु वशिष्ठ ने प्रभु राम लक्ष्मण भारत और शत्रुघ्न को विद्या दी थी. आज यह कुंड अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक आस्था का केंद्र बनकर उभर रहा है.अयोध्या. प्रभु राम की नगरी अयोध्या मठ मंदिरों की वजह से पूरे विश्व में विख्यात है अयोध्या में त्रेता कालीन बहुत से ऐसे धरोहर मौजूद हैं जो आज भी स्थित है अयोध्या में कई प्राचीन कुंड स्थित है जो रामायण कालीन याद को ताजा भी करते हैं. आज हम बात करेंगे अयोध्या के विद्या कुंड के बारे में विद्या कुंड वह कुंड है जहां धार्मिक मान्यता है कि इसी कुंड पर प्रभु राम अपने तीनों भाइयों के साथ गुरु वशिष्ठ से विद्या ग्रहण करते थे यानी कि इस कुंड को शिक्षा का भी केंद्र माना जाता है विद्या कुंड का इतिहास प्राचीन काल से भी जुड़ा है विद्या कुंड साल 2017 के पहले जर्जर स्थिति में था श्रद्धालु आते तो थे लेकिन जाते नहीं थे क्योंकि वहां किसी प्रकार कोई व्यवस्था नहीं थी लेकिन साल 2017 में प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद अयोध्या की कायाकल्प को बदल दिया गया इसी कड़ी में अयोध्या के प्राचीन कुंडो को भी संरक्षित किया गया . इसी कड़ी में अयोध्या का विद्या कुंड आज अयोध्या के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जा रहा है जहां लोग आते हैं और अपनी आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बनाते हैं .
धार्मिक मान्यता के अनुसार त्रेता युग में इसी जगह पर गुरु वशिष्ठ ने प्रभु राम लक्ष्मण भारत और शत्रुघ्न को विद्या दी थी यानी शिक्षा दी थी आज यह कुंड अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक आस्था का केंद्र बनकर उभर रहा है कुंड के आसपास हरियाली को विकसित किया गया है कुंड पर एक स्कैनर भी लगाया गया है जहां उस कुंड के बारे में पूरा संपूर्ण इतिहास भी भक्त जान सकेंगे साथ ही सभी मूलभूत सुविधा श्रद्धालुओं के लिए कुंड पर विकसित की गई है .
राम कचहरी मंदिर के महंत शशिकांत दास बताते हैं कि अयोध्या प्रभु राम से जुड़ी है यहां प्रभु राम का जन्म हुआ था और यहीं पर प्रभु राम से जुड़ी कई ऐसे धरोहर आज भी मौजूद हैं जिसका कायाकल्प प्रदेश की योगी सरकार करवा रही है इसी कड़ी में मणि पर्वत के समीप स्थित विद्या कुंड है जहां प्रभु राम अपने भाइयों के साथ शिक्षा को ग्रहण करते थे आज उस कुंड पर जाने के बाद एक अलग सी ऊर्जा उत्पन्न होती है शांत माहौल रहता है श्रद्धालु भी हजारों की संख्या में पहुंचते हैं यहां पर कई ऋषि मुनि और विद्वान भी अपना समय व्यतीत कर चुके हैं इस कुंड पर स्नान और दर्शन मात्र करने से व्यक्ति को विद्या ग्रहण करने में शक्ति प्रदान होती है
Location :Ayodhya,Faizabad,Uttar Pradeshhomedharmअयोध्या के इस कुंड की अपरंपार है महिमा, प्रभु राम से जुड़ा है कनेक्शन