India England Test Series: दो टेस्ट मैचों के बाद भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. इंग्लैंड ने लीड्स में जीत के साथ शुरुआत की. वहीं, एजबेस्टन में हुए दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने शानदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की. तीसरा टेस्ट लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर 10 जुलाई से खेला जाएगा. एजबेस्टन (बर्मिंघम) में जीत के बाद शुभमन गिल एंड कंपनी के हौसले बुलंद हैं. ऐसे में भारत की नजरें आगामी मैच जीतकर सीरीज में बढ़त लेने पर होंगी. इस मुकाबले से पहले पूर्व भारतीय कप्तान और बल्लेबाज सौरव गांगुली ने सीरीज के विजेता को लेकर बयान दिया है.
क्या बोले गांगुली?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि बर्मिंघम टेस्ट में जीत के बाद भी सीरीज के परिणाम के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. उनका कहना है कि अभी 3 मैच बचे हुए हैं, जो परिणाम तय करेंगे. भारत की बर्मिंघम टेस्ट में जीत के साक्षी रहे सौरव गांगुली स्वदेश लौट आए हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने भारतीय टीम के प्रदर्शन की तारीफ की. साथ ही उन्होंने कहा, ‘आगे के मैचों में भी टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी. लेकिन, सीरीज में अभी तीन मैच बाकी हैं, इसलिए परिणाम के बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.’
भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ की
गांगुली ने कहा, ‘अगला टेस्ट लॉर्ड्स में खेला जाना है. मुझे उम्मीद है कि भारतीय टीम पिछले 2 मैचों की तरह इस मैच में भी अच्छी बल्लेबाजी करेगी. साथ ही, उम्मीद करता हूं कि टीम 20 विकेट लेने में भी कामयाब रहेगी, जिससे जीत आसान हो.’ इस पूर्व बल्लेबाज ने आगे कहा, ‘अगले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह भी टीम में आ जाएंगे. इससे हमारी गेंदबाजी और भी मजबूत हो जाएगी और हम इंग्लैंड के 20 विकेट आसानी से ले सकेंगे.’ बता दें कि जसप्रीत बुमराह हेंडिग्ले में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट का हिस्सा थे. पहली पारी में उन्होंने 5 विकेट भी लिए थे. लेकिन, बर्मिंघम टेस्ट में वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत उन्हें आराम दिया गया था.
सिराज और आकाश दीप ने बर्मिंघम टेस्ट में बुमराह की कमी नहीं खलने दी और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम को बड़ी जीत दिलाने में यादगार भूमिका निभाई. सिराज ने पहली पारी में 6 और आकाश दीप ने दूसरी पारी में 6 विकेट सहित मैच में कुल 10 विकेट लिए थे. गांगुली भारतीय क्रिकेट के सर्वाधिक सफल बल्लेबाज और कप्तानों में शामिल रहे हैं. गांगुली की कप्तानी में ही भारत ने विदेशों में टेस्ट जीतने के सिलसिले की शुरुआत की थी.