Last Updated:July 08, 2025, 23:53 ISTPaddy Farming tips : धान रोपाई के 15 से 20 दिन बाद ही फसलों के दुश्मन खरपतवार उगना शुरू हो जाते हैं. समय रहते इन्हें रोकना जरूरी है. नहीं रोका गया तो मेहनत और लागत दोनों की बर्बाद तय है.आजमगढ़. प्रदेश के किसान अपने खेतों में धान की रोपाई में लगे हैं. ज्यादातर खेतों में धान की रोपाई लगभग पूरी की जा चुकी है. खेतों में रोपाई पूरी होने के बाद उसका रखरखाव भी बेहद जरूरी होता है. सही रखरखाव और देखभाल करते हुए किसान अपने फसलों की सुरक्षित कर सकते हैं. धान के फसल की बुवाई के 15 से 20 दिनों के बाद ही खेतों में फसलों के दुश्मन कहे जाने वाले खरपतवार उगना शुरू हो जाते हैं, जिसे रोकना बेहद जरूरी है. अगर समय रहते खरपतवार के रोकथाम की व्यवस्था नहीं की गई तो यह फसल के विकसित होने से पहले ही उसे खराब कर देते हैं. इससे किसानों की मेहनत और लागत दोनों बर्बाद हो जाती है.
जानें बेस्ट उपायफसल की बुवाई के बाद खरपतवार नियंत्रण जरूरी है. आजमगढ़ के कृषि एक्सपर्ट डॉ. राकेश पांडे का कहना है कि देशभर में धान की खेती करने वाले किसान रोपाई कर चुके हैं. फसल की रोपाई के दो से तीन हफ्तों के बाद खेतों में खरपतवार उग जाते हैं, जो फसलों के लिए खतरनाक हैं. खेत में उगने वाले खरपतवार चौड़ी और संकरी पत्ती वाले होते हैं. इन्हें नियंत्रित करने के लिए कुछ दवाइयां का उपयोग किया जा सकता है.
खेतों में खरपतवार नियंत्रण के लिए इसमें पोस्ट इमरजेंसी खरपतवार्नशी विशपाईरीगोल्ड सोडियम का उपयोग किया जा सकता है. इसे 80 मिलीलीटर प्रति एकड़ में डेढ़ सौ लीटर पानी में मेट सल्फ्यूरान 8 ग्राम मिला कर छिड़काव किया जा सकता है. इस दवा से चौड़ी और सकरी पत्तियों वाले खरपतवार नष्ट हो जाते हैं, जिससे फसलें खरपतवार से सुरक्षित हो जाती हैं. ध्यान रहे कि इन दवाइयां का छिड़काव हमें तेज धूप में करना चाहिए. दवा के छिड़काव के 3 से 4 घंटे तक फसलों पर किसी भी प्रकार से पानी नहीं पड़ना चाहिए.Location :Azamgarh,Uttar Pradeshhomeagricultureधान की रोपाई कर चुके किसान, अब खेतों में एंट्री करेंगे दुश्मन, बचाएगा ये तरीका