Last Updated:July 08, 2025, 09:41 ISTSaharanpur News: सहारनपुर में ग्रामीणों को अंतिम संस्कार के लिए शव यात्रा लेकर जाने में परेशानी होती है. लोगों को घुटने भर पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है. परेशान ग्रामीणों ने डीएम से श्मशान के रास्ते को …और पढ़ेंसहारनपुरः सहारनपुर के गांव हरोड़ा मुस्तहकम के श्मशान घाट जाने के लिए एक कच्चा रास्ता है. बरसात के दौरान जलभराव और कीचड़ से मार्ग पूरी तरह से खराब हो जाता है. जिससे ग्रामीणों को अंतिम संस्कार के लिए शव यात्रा लेकर जाने में परेशानी होती है. लोगों को घुटने भर पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है. परेशान ग्रामीणों ने डीएम से श्मशान के रास्ते को पक्का कराने की गुहार लगाई है. हालांकि विधायक और जिला पंचायत द्वारा सर्वे हो चुका है, लेकिन आज तक केवल आश्वासन ही मिला है.
ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान जाने के लिए पाली गांव से होकर जाना पड़ता है, लेकिन बरसात के कारण यह रास्ता चलने लायक नहीं रहता. बीते सोमवार को 80 वर्षीय सरदार सिंह पुत्र बलजीत की मृत्यु पर भी इसी समस्या का सामना करना पड़ा. अंतिम संस्कार के लिए अर्थी को श्मशान ले जाने में लोगों को कीचड़ से होकर गुजरना पड़ा.
मृतक के बेटे अनुराग सैनी ने बताया कि उनके ताऊ जी की मृत्यु हो गई थी और शव को श्मशान तक ले जाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. बरसात और नदी का पानी जमा होने के कारण रास्ता पूरी तरह पानी से भरा हुआ था. पानी के नीचे उतरने का चार घंटे इंतजार किया गया, फिर भी घुटनों-घुटनों तक पानी था.
शव को श्मशान तक ले जाने के लिए सामान्यतः 4 व्यक्तियों की आवश्यकता होती है, लेकिन इस स्थिति में 7 व्यक्तियों की जरूरत पड़ी. कई लोग गिरते-गिरते बचे और अर्थी के लिए लाई गई. लकड़ियों से भरी बुग्गी कीचड़ में फंस गई, जिसे ट्रैक्टर की मदद से निकाला गया. इस समस्या को लेकर ग्राम प्रधान और अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ. बरसात के दिनों में यह समस्या अक्सर बन जाती है, जिससे अंतिम संस्कार के समय परेशानी होती है.Manish Raiकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या…और पढ़ेंकाशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या… और पढ़ेंLocation :Saharanpur,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshसहारनपुर में ग्रामीणों का दर्द, घुटनों भर पानी से होकर जाते हैं श्मशान घाट