what is the right way to wash hands know how Sumank helps in diseases | बीमारियों से बचने के लिए जानें हाथ धोने का सही तरीका, ‘सुमंक’ को अपनाकर बीमार नहीं होंगे आप

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what is the right way to wash hands know how Sumank helps in diseases | बीमारियों से बचने के लिए जानें हाथ धोने का सही तरीका, 'सुमंक' को अपनाकर बीमार नहीं होंगे आप



Sumank Benefits For Better Health: बैक्टिरिया या वायरस से होने वाली बीमारियों के इंफेक्शन के फैलाव और रोकथाम दोनों में हमारे हाथ की बहुत अहम भूमिका है. लेकिन बहुत ही कम लोगों को हाथ धोने का सही तरीका पता है. चाहे वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन हो भारत सरकार का मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ, इनकी ओर से कई बार हाथ धोने के सही तरीकों के बारे में जागरूक किया जाता रहा है.
 
स्वच्छ हाथ, सुरक्षित जीवननेशनल हेल्थ मिशन (यूपी) के ‘स्वच्छ हाथ, सुरक्षित जीवन’ अभियान ने भी हाथ धोने के तरीके बारे में जरूरी जानकारी रोचक तरीके से दी है. इसके तहत यह बताया गया है कि सिर्फ हाथ धोना काफी नहीं, बल्कि सही तरीके से हाथ धोना जरूरी है. इसके लिए ‘सुमंक’ विधि को अपनाने की सलाह दी जाती है, जो एक असरदार और आसान तरीका है.
 
‘सुमंक’ क्या है? ऐसे में समझना जरूरी है कि ‘सुमंक’ क्या है? ‘सुमंक’ अंग्रेजी के लेटर ‘एसयूएमएएनके’ से मिलकर बना है. यह हाथ धोने के 6-स्टेप वाले प्रोसेस को दर्शाता है. नेशनल हेल्थ मिशन इसके बारे में विस्तार से जानकारी देता है.
 
हथेलियों को धोने के तरीकेइसमें ‘एस’ का मतलब है ‘सीधा’- यानी धोते हुए साबुन से पहले सीधी हथेलियों को बारी-बारी से घिसें.-‘यू’ का मतलब है ‘उल्टा’- जिसके अनुसार हाथों को उल्टा करके भी बारी-बारी से रगड़े.-‘एम’ मतलब ‘मुट्ठी’- यानी मुट्ठी बंद करने के बाद भी हाथों को साबुन से अच्छी तरह रगड़े.-‘ए’ का मतलब है अंगूठे- यानी मुट्ठी बंद कर हाथों को रगड़ने के बाद अंगूठों को भी ठीक से रगड़ें.-‘एन’ का मतलब है ‘नाखून’- यानी अपने नाखूनों को भी अच्छी तरह साफ करें.-‘के’ कलाई को दर्शाता है- यानी सबसे अंत में अपनी कलाइयों को भी ठीक से रगड़ें.
 
सही तरीके से हाथ धोने के फायदेइस तरह ‘सुमंक’ के जरिए आप हाथ को सही तरीके से धोने का क्रम आसानी से याद कर सकते हैं और बहुत सी बैक्टीरिया या वायरस जनित बीमारियों के प्रसार को रोक सकते हैं. यूनीसेफ के अनुसार, इन 6 प्रोसेस को कम से कम 40 सेकंड तक साबुन से हाथ धोना चाहिए, फिर साफ पानी से धोकर सुखाना चाहिए.
 
इस उम्र में जरूरी’सुमंक’ विधि से बैक्टीरिया, वायरस और अन्य रोगजनकों को असरदार तरीके से हटाया जा सकता है. यह मेथड फ्लू, कोविड-19 और दूसरी इंफेक्शन वाली बीमारियों से बचाव में काफी हद तक असरदार हो सकती है. यह सभी लोगों के लिए जरूरी है, खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए इसे ध्यान रखना बहुत अहम है.
 
ब्लड फ्लो में फायदेमंद’सुमंक’ विधि ब्लड फ्लो में सुधार के अलावा अस्पतालों में होने वाले इंफेक्शन को कम करने में भी मददगार है. यह सस्ता और आसान उपाय है, जो स्वास्थ्य लागत को भी कम करता है.
 
हेल्दी फ्यूचर की ओर कदम बढ़ानास्वच्छ भारत मिशन के अनुसार, सही तरीके से हाथ धोने से बीमारियों से बचा जा सकता है. साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोने की आदत डालकर, न केवल हेल्दी फ्यूचर की ओर कदम बढ़ा सकते हैं बल्कि कई बीमारियों को पनपने से भी रोक सकते हैं. नियमित रूप से ‘सुमंक’ विधि अपनाकर कई बीमारियों से बचा जा सकता है.
–आईएएनएस
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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