thyroid to back pain know the benefits of bridge pose yoga setu bandha sarvangasana ke fayde | थायरॉइड जैसे गंभीर बीमारी का तोड़ है ये योगासन, जानें सेतु बंध सर्वांगासन के फायदे

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thyroid to back pain know the benefits of bridge pose yoga setu bandha sarvangasana ke fayde | थायरॉइड जैसे गंभीर बीमारी का तोड़ है ये योगासन, जानें सेतु बंध सर्वांगासन के फायदे



Bridge Pose Benefits: सेतु बंध सर्वांगासन, एक ऐसा योगासन है जो कमर दर्द, थायरॉइड समेत कई समस्याओं को दूर करने में कारगर है. यह आसन रीढ़, हैमस्ट्रिंग, ग्लूट्स और कंधों को मजबूत करता है, साथ ही छाती और फेफड़ों को खोलकर सांस लेने की क्षमता को भी बेहतर बनाता है. भारत सरकार का आयुष मंत्रालय ‘सेतु बंध सर्वांगासन’ के अभ्यास से होने वाले फायदे को गिनाता है. 
 
सेतु बंध सर्वांगासन के फायदेइससे कमर दर्द और पीठ के निचले हिस्से की जकड़न को कम करने में मदद मिलती है. यह थायरॉइड ग्लैंड को एक्टिव करता है, जिससे हार्मोनल बैलेंस में सुधार होता है. यह आसन स्ट्रेस, चिंता और डिप्रेश को कम करने में भी मददगार है. इसके अलावा, यह डाइजेशन सिस्टम को बेहतर बनाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है. महिलाओं में पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं को कम करने में भी असरदार है. 
 
कैसे करें सेतु बंध सर्वांगासन?एक्सपर्ट बताते हैं कि इस आसन को करने की सही मेथड क्या है. इसके लिए सबसे पहले पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं. अपने हाथों को शरीर के दोनों तरफ रखें, हथेलियां नीचे की ओर हों. अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और पैरों को कूल्हों के पास लाएं, ताकि पैर जमीन पर सपाट रहें. धीरे-धीरे सांस लेते हुए कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं, जिससे शरीर का पोस्चर एक पुल जैसा आकार ले ले. इस दौरान कंधा और सिर जमीन पर ही रहना चाहिए.
 
प्रैक्टिस के दौरान इस बात का रखें ध्यानप्रैक्टिस के दौरान इस स्थिति में 10-15 सेकंड तक रुकना चाहिए और सामान्य तरीके से सांस लेते रहना चाहिए. फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए कूल्हों को वापस जमीन पर लाएं. इस प्रक्रिया को 3 से 5 बार दोहराना चाहिए.
 
इस बातों का रखें ध्याननियमित प्रैक्टिस से सेतु बंध सर्वांगासन मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बेहतर बना सकता है. हालांकि एक्सपर्ट इस आसन के प्रैक्टिस के दौरान कुछ सावधानियां बरतने की भी सलाह देते हैं. अगर गर्दन, पीठ या कंधों में चोट है, तो इसे नहीं करना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाओं को भी यह आसन करने से बचना चाहिए. इसे हमेशा खाली पेट करें और ज्यादा जोर लगाने से बचें. अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो पहले डॉक्टर या योग एक्सपर्ट से सलाह लें.–आईएएनएस
 
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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