India vs England: ऋषभ पंत, टीम इंडिया का वो स्टार जो सिर्फ अपनी बल्लेबाजी से गर्दा नहीं उड़ाता बल्कि कई लोग उनके अंदाज के फैन हैं. पंत की बल्लेबाजी की अलग ही क्लास है. गिरते-पड़ते और मनोरंजन करते शतक ठोक देते हैं. इनमें एक मुद्दा बल्ला छूटना भी है जो लगभग हर पारी में देखने को मिल जाता है. दूसरे टेस्ट में भी यह देखने को मिला. पंत ने दूसरी पारी में दो बार बल्ला छोड़ा. आईए जान लेते हैं कि आखिर पंत के हाथ से बल्ला फिसलता ही क्यों है.
पंत की आतिशी फिफ्टी?
ऋषभ पंत पहली पारी में 25 रन बनाकर आउट हो गए थे. लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने अपने अंदाज की झलक फिर दिखाई. पंत ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की और 65 रन की आतिशी पारी को अंजाम दिया. इस बीच उन्होंने दो बार हाथ से बल्ला छोड़ा. उनका विकेट भी बल्ला छूटने के चलते ही गिरा. पंत ने आईपीएल 2025 में भी बल्ला हाथ से छोड़ा था. उन्होंने इसका राज भी खोला.
क्यों हाथ से छूटता है बल्ला?
पंत ने आईपीएल के दौरान कहा था, ‘मुझे लगता है कि अधिकतर होता है क्योंकि मैं अपने निचला हाथ काफी हल्का रखता हूं. मैं इस महज सपोर्ट के लिए करता हूं, क्योंकि कई बार यहां से जोर लगाना पड़ता है. मैं अपने ऊपर वाले हाथ को कसकर पकड़ने पकड़ता हूं लेकिन जब मैं ओवररीच करता हूं खासकर जब गेंद बहुत वाइड या बहुत शॉर्ट होती है तो यह हिटिंग जोन में नहीं होती है. कभी-कभी, मेरे शॉट के सफल होने की संभावना केवल 30-40% ही होती है. लेकिन मैच की स्थिति के आधार पर मैं यह जोखिम उठाने को तैयार हूं. यही मेरी मानसिकता है.’
ये भी पढ़ें… IND vs ENG सीरीज के बीच BCCI का बड़ा फैसला, अचानक बदली इन मुकाबलों की तारीख, देखें नया शेड्यूल
कई बार लगता है बैट फेंक रहा हूं- पंत
उन्होंने आगे कहा, ‘जब मैं मौके का फायदा उठाने के लिए आगे निकलता हूं तो मुझे संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ करने की जरूरत होती है. कई बार, ऐसा लग सकता है कि मैं बल्ला फेंक रहा हूं. लेकिन असल में मैं बस उस डिलीवरी का पूरा लाभ उठाने की कोशिश में रहता हूं. बल्ला फिसल जाए, मेरे हाथ में नहीं रहे या मेरे सिर पर भी लग जाए तो भी मेरा ध्यान बाउंड्री लगाने पर होता है.’
Medical student from Kashmir missing in Russia
SRINAGAR: A 21-year old man from Jammu and Kashmir’s Reasi district, Gaurav Singh Nag, who was studying MBBS…

