नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2021 का आगाज 17 अक्टूबर से UAE की धरती पर होने जा रहा है. ICC के इस मेगा इवेंट में भारत को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. सेलेक्टर्स ने इस बार कई नए चेहरों को टीम इंडिया में सेलेक्ट किया है. कई खिलाड़ियों की किस्मत खुली है, तो कइयों का दिल भी टूटा है. भारत के 2 खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनका करियर मुश्किल में फंसा हुआ है. आइए नजर डालते हैं इन 2 खिलाड़ियों पर:
1. कुलदीप यादव
एक समय ऐसा था जब चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव को टीम इंडिया की सबसे मजबूत कड़ी माना जाता था, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप 2021 आते-आते कुलदीप भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर हो गए. सही मायने में कुलदीप के करियर की उल्टी गिनती महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद से ही शुरू हो गई थी. T20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए कुलदीप यादव को टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया. जब से महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है, तब से कुलदीप के तेवर ढीले पड़ गए. कुलदीप की गेंदबाजी की चमक मंद पड़ गई. कुलदीप यादव ने टीम इंडिया के लिए 23 टी-20 इंटनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 14.21 की औसत और 7.15 की इकॉनोमी रेट से महज 41 विकेट अपने नाम किया. उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 5/24 रहा जो उन्होंने साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में हासिल किया था.
ये भी पढ़ें- T20 World Cup 2021 सेलेक्शन में नाइंसाफी नहीं हुई बर्दाश्त! इस स्टार क्रिकेटर ने अचानक लिया संन्यास
कुलदीप यादव में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. वो एक खास तरह की गेंदबाजी करना जानते हैं जिसे ‘चाइनामैन बॉलिंग’ कहा जाता है. ये बेहद अनोखी बॉलिंग स्टाइल है, इसमें बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को उंगलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है. इसके बावजूद वो काफी वक्त से कंसिस्टेंट नहीं हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा. कुलदीप यादव भी टी-20 वर्ल्ड कप खेलने को बेकरार थे, लेकिन वो हाल के श्रीलंका टूर पर मिले मौके को भुनाने में नाकाम रहे, उन्होंने इस दौरान 2 टी-20 इंटरनेशनल मैच में 23.00 की औसत और 7.66 की इकॉनमी रेट से महज 2 विकेट हासिल किए. यहीं से उनके लिए राहें मुश्किल हो गईं.
2. मनीष पांडे
सेलेक्टर्स ने सीनियर बल्लेबाज मनीष पांडे का टी-20 वर्ल्ड कप 2021 से पत्ता काट दिया है. मनीष पांडे का टी20 करियर लगभग खत्म माना जा रहा है, क्योंकि टीम इंडिया में बेस्ट से बेस्ट खिलाड़ी मौके के इंतजार में हैं. मनीष पांडे ने टीम इंडिया के लिए अब तक 39 टी-20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने की 44.31 औसत और 126.15 की स्ट्राइक रेट से 709 रन बनाए. मनीष पांडे कभी कंसिसेटेंट नहीं रहे और यही वजह है कि उनका टीम इंडिया में आना और जाना लगा रहा. अब लगता नहीं कि वो कभी वापसी कर पाएंगे. हाल ही में हुए श्रीलंका दौरे पर मनीष के पास शानदार मौका था लेकिन एक बार फिर वो फेल हुए. आईपीएल 2021 में भी मनीष पांडे सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिए कमजोर कड़ी साबित हुए हैं.
मनीष पांडे की फ्लॉप बल्लेबाजी के कारण पूरा मिडिल ऑर्डर तहस-नहस हो जाता है, जिस वजह से टीम को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. इस खिलाड़ी को एक वक्त पर टीम इंडिया का भविष्य माना जाता था, लेकिन इनका बल्ला ज्यादातर शांत रहा. मनीष पांडे ने टीम इंडिया के लिए शानदार डेब्यू किया था. उन्होंने साल 2015 में जिंबाब्वे के खिलाफ 86 गेंदों पर 71 रन बनाए थे. इसके बाद अगले ही साल उन्होंने सिडनी में 81 गेंदों पर 104 रन बनाए और टीम की जीत पक्की की. लेकिन इसके बाद वो टीम इंडिया से लगातार अंदर बाहर होते रहे. इंजरी ने भी उनसे कई बड़े मौके छीने. शानदार शुरुआत को वो बड़े करियर में तब्दील नहीं कर सके.
स्पोर्ट्स की लेटेस्ट और इंटरेस्टिंग खबरों के लिए यहां क्लिक कर Zee News के Sports Facebook Page को लाइक करें
Stories of grit take centre stage at 36th edition of Devi Awards
NEW DELHI: The 36th edition of the Devi Awards in Delhi honoured 12 women for their invaluable contribution…

