Chakramarda Benefits: चक्रमर्द वैज्ञानिक नाम कैसिया ऑरिक्युलेटा है. चक्रमर्द के (10 ग्राम) बीजों को छाछ में 8 दिन तक भिगोकर रखने के बाद, उसे पीसकर (5 ग्राम) हल्दी और (5 ग्राम) बावची के साथ मिलाकर लेप बनाकर लगाने से सफेद दाग, दाद, खाज और खुजली जैसी पुरानी समस्याओं को खत्म किया जा सकता है.
चक्रमर्द के पत्ते, फूल और बीज भी फायदेमंदचक्रमर्द के पत्ते, फूल और बीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, जो लोग रोजाना इसका काढ़ा या चूर्ण लेते हैं. उनमें इंसुलिन लेवल कंट्रोल रहता है. चक्रमर्द की पत्तियां और बीज डाइजेशन सिस्टम को भी मजबूत करते हैं. यह डाइजेस्टिव एंजाइम्स के लेवल को बढ़ाता है और खाने के बेहतर अब्जॉर्प्शन में मदद करता है, जिसकी वजह से पेट में न दर्द होता है न गैस की समस्या रहती है.
स्किन के लिए फायेदमंद है चक्रमर्दइसके पत्तों का पेस्ट स्किन पर लगाने से एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण स्किन को साफ और चमकदार बनाते हैं, जिससे मुंहासे, फोड़े-फुंसी या घाव को ठीक किया जा सकता है. इसके बीज और पत्तियां यूरिनरी सिस्टम को बैलेंस करती हैं और इंफेक्शन से बचाव करती हैं. इस आयुर्वेदिक पत्ते का इस्तेमाल करने से बार-बार पेशाब आना या मूत्र में जलन जैसे समस्याओं का समाधान आसानी से हो पाता है.
लीवर की क्षमता बढ़ाता है चक्रमर्दचक्रमर्द लीवर की क्षमता को बढ़ाता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है. जो लोग रोजाना खाने में ज्यादा तेल का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए यह बेहद फायदेमंद साबित होता है. इस पौधे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को इंफेक्शन से लड़ने की ताकत देता है.
देसी ग्लोबदलते मौसम में सर्दी-जुकाम से परेशान लोग इसका काढ़ा बनाकर पीते हैं, जिससे उनकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है. कुछ जगहों पर चक्रमर्द के पत्तों का लेप स्किन की रंगत को साफ करने में भी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से स्किन में निखार आता है. इसलिए इसे ‘देसी ग्लो’ के नाम से भी जाना जाता है.–आईएएनएस
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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