Last Updated:July 01, 2025, 18:00 ISTIPS Story, Vikash Kumar Vikash IPS: कर्नाटक कैडर के आईपीएस विकास कुमार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)की जीत के जश्न के दौरान हुए भगदड़ मामले में निलंबित कर दिया गया था लेकिन अब उनके लिए राहत भरी खबर आई है.आइए…और पढ़ेंIPS Story, IPS Vikash Kumar: आईपीएस विकास कुमार विकास की कहानी.IPS Story, Vikash Kumar Vikash IPS: कर्नाटक कैडर के आईपीएस विकास कुमार का नाम सुर्खियों में है.हाल ही में बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)की जीत के जश्न के दौरान हुए भगदड़ मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया था.अब केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) ने उनके निलंबन को रद्द कर दिया है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि विकास कुमार कौन हैं और वह आईपीएस कैसे बने?
Who is IPS Vikash Kumar Vikash: बिहार के रहने वाले हैं विकास कुमार
विकास कुमार का जन्म बिहार के मुंगेर में हुआ.उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा झारखंड के सैनिक स्कूल तिलैया से पूरी की,जहां अनुशासन और मेहनत की नींव पड़ी.इसके बाद वे दिल्ली विश्वविद्यालय पहुंचे और भूगोल में स्नातक किया. उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पोस्ट-ग्रेजुएशन (PG) भी किया. पढ़ाई में उनकी रुचि इतनी गहरी थी कि उन्होंने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) पास किया और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) हासिल कर यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) से फेलोशिप हासिल की.इस दौरान वे एक क्वालिफाइड लेक्चरर बन गए,लेकिन उनका सपना कुछ और था.
IPS Vikash Kumar Story: 2004 में बन गए आईपीएस
2004 में विकास कुमार ने सिविल सर्विसेज परीक्षा दी और उनका सेलेक्शन भारतीय पुलिस सेवा (IPS)के लिए हो गया.उन्हें कर्नाटक कैडर आवंटित किया गया.मसूरी और हैदराबाद में बेसिक ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग कर्नाटक के करवार जिले के भटकल में असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (ASP)के रूप में हुई.
IPS Vikash Kumar Posting: कहां-कहां रही पोस्टिंग
विकास ने अपने करियर में कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं. उन्होंने बेंगलुरु ग्रामीण, हावेरी, और चिकमंगलूर जिलों में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में काम किया.इसके बाद बेंगलुरु शहर पुलिस में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP)बने. डीआईजी रैंक पर प्रमोशन के बाद उन्होंने नक्सल विरोधी अभियानों का नेतृत्व किया और आतंकवाद विरोधी ऑपरेशंस में भी अहम भूमिका निभाई.इसके अलावा वे पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और मंगलौर में पुलिस कमिश्नर रहे. उन्होंने सामाजिक कल्याण विभाग और युवा सशक्तिकरण व खेल विभाग में भी काम किया.
RCB जश्न और भगदड़ की घटना
4 जून 2025 को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB की IPL जीत के जश्न के दौरान भीषण भगदड़ मच गई,जिसमें 11 लोगों की जान चली गई.इस घटना के लिए भीड़ प्रबंधन में चूक का आरोप लगाते हुए कर्नाटक सरकार ने विकास कुमार समेत पांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया. विकास उस समय बेंगलुरु शहर पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (वेस्ट डिवीजन)थे. निलंबन आदेश में कहा गया कि RCB और क्रिकेट एसोसिएशन ने जश्न की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने समय पर अनुमति देने या भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए.
CAT ने कर दिया निलंबन रद्द
विकास कुमार ने अपने निलंबन को केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) में चुनौती दी.1 जुलाई 2025 को CAT की बेंगलुरु पीठ ने उनके निलंबन को रद्द कर दिया और कहा कि वे सेवा नियमों के तहत सभी लाभों के हकदार हैं. CAT ने यह भी संकेत दिया कि इस फैसले को अन्य निलंबित अधिकारियों जैसे तत्कालीन पुलिस आयुक्त बी. दयानंद और डीसीपी शेखर एच. टेक्कन्नावर के मामलों में भी लागू किया जा सकता है,जिससे उनकी बहाली का रास्ता खुल सकता है.विकास के वकील ध्यान चिनप्पा ने बताया कि न्यायाधिकरण ने निलंबन को गलत ठहराया और इसे रद्द करने का आदेश दिया. इस फैसले को पुलिस अधिकारियों के लिए बड़ी जीत माना जा रहा है.Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटरन्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य…और पढ़ेंन्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य… और पढ़ेंhomecareerDU से की पढ़ाई, NET JRF के बाद बने आईपीएस, हो गए निलंबित, अब आया ये फैसला