Common Mistakes in Health Checkup: डॉक्टर भी इंसान ही होते हैं, इसलिए गलतियां उनसे भी हो सकती है. ऐसे में अक्सर इलाज के दौरान सिर्फ मरीजों की गलतियों पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन सच्चाई तो यह है, कि मरीज और डॉक्टर, दोनों से ही कभी न कभी ऐसी गलतियां हो जाती है, जो इलाज पर बुरा असर डाल देती हैं. आपको बता दें, बेहतर इलाज के लिए हमेशा डॉक्टर और मरीज के बीच अच्छा कम्युनिकेशन होना चाहिए. इस खबर में हम आपको डॉक्टरों की उन आम गलतियों के बारे में बताएंगे. सीके बिरला हॉस्पिटल के डायरेक्टर – इंटरनल मेडिसिन डॉ. मनीषा अरोड़ा ने इस बारे में बात की.
डॉक्टर मरीज के बीच खराब कम्युनिकेशनडॉ मनीषा ने बताया बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर और मरीज के बीच अच्छी कम्युनिकेशन होना बेहद जरूरी होता है. कई बार डॉक्टर बहुत बिजी हो जाते हैं, और जल्दी में मरीज को समझ नहीं पाते. वहीं, मरीज लंबा इंतजार करने के बाद घबराहट या झिझक के कारण डॉक्टर को अपनी बात ठीक से समझा नहीं पाता है. इसलिए हमेशा डॉक्टर को मरीज की बीत ध्यान से सुननी चाहिए. वहीं मरीजों को डॉक्टर से मिलने से पहले अपने लक्षणों और सवालों को लिख लेना चाहिए, ताकि वे डॉक्टर को अच्छे से समझा सकें.
दवा से एलर्जी के बारे में बात करनाकई बार डॉक्टर या मरीज, दवा से एलर्जी की जानकारी देना या पूछना भूल जाते हैं, जिसका बुरा असर हो सकता है. ऐसे में डॉक्टरों को हर बार पूछना चाहिए कि क्या पहले से कोई दवा ले रहे हैं, या किसी दवा से एलर्जी है? वहीं मरीजों को खुद से भी इस बारे में जागरूक होना चाहिए और एलर्जी की जानकारी देनी चाहिए.
दवाओं से जुड़ी गलतियांदवाओं से जुड़े गलत डायरेक्शन, जैसे गलत खुराक, गलत समय या दवा की पूरी जानकारी न मिलने पर भी मरीज सही से दवा नहीं ले पाते हैं, जिससे नुकसान हो सकता है. ऐसे में डॉक्टरों को दवा कैसे और कितने दिन लेनी है, यह साफ-साफ समझाना चाहिए. मरीजों को भी अगर कुछ समझ न आए तो तुरंत डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए.
हेल्थ चेकअपकई लोग सोचते हैं कि जब तक कोई समस्या न हो, तब तक चेकअप नहीं करवाना चाहिए. ऐसा करना बिल्कुल गलत है. समय-समय कर हेल्थ चेकअप करवाना चाहिए, जिससे कोई भी गंभीर बीमारियों का खतरा का पता लगाया जा सके. डॉक्टरों को नियमित चेकअप और स्क्रीनिंग की खुद सलाह देनी चाहिए.
लाइफस्टाइल से जुड़ी सलाहइलाज में दवाओं के साथ-साथ बेहतर लाइफस्टाइल भी बेहद जरूरी होती है. लेकिन अक्सर लोग खानपान, एक्सरसाइज, नींद और स्ट्रेस कंट्रोल जैसी जरूरी चीजों को हल्के में ले लेते हैं. ऐसे में डॉक्टरों को हर इलाज के दौरान लाइफस्टाइल के बारे में चर्चा जरूरी करनी चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.