पीरियड्स के दौरान क्रेविंग बहुत ही आम समस्या है, जिसका सामना ज्यादातर महिलाएं करती हैं. यही कारण है कि फीमेल पीरियड्स के दौरान सबसे ज्यादा अनहेल्दी खाना खाती है. यह उनके मोटापे का भी एक अहम कारण होता है.
लेकिन क्रेविंग का नतीजा सिर्फ यहां तक ही सीमित नहीं है. पीरियड्स के दौरान फीमेल बॉडी बहुत सेंसिटिव होती है, जिसके कारण कुछ फूड्स से गैस और पेट के फूलने की समस्या भी होती है. ऐसे में यदि आप भी पीरियड के दौरान इन फूड्स को खा रहे हैं, तो तुरंत परहेज कर लें-
डीप फ्राइड फूड्स
फ्रेंच फ्राइज, पिज्जा, और अन्य तले हुए खाद्य पदार्थ पीरियड्स के दौरान पेट में सूजन और गैस को बढ़ा सकते हैं. ये फूड्स फैट और नमक से भरपूर होते हैं, जो शरीर में पानी की अधिकता को बढ़ाते हैं और सूजन की समस्याएं उत्पन्न करते हैं.
फैटी फूड्स
पीरियड्स के दौरान, शरीर के हार्मोन में बदलाव के कारण पेट की सूजन अधिक होती है. इसके साथ ही, अत्यधिक फैट वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि बर्गर, बेकन, और डोनट्स, पाचन तंत्र को धीमा कर देते हैं, जिससे गैस और पेट में असहजता बढ़ जाती है. ये खाद्य पदार्थ हार्मोनल असंतुलन को और बढ़ा सकते हैं, जिससे सूजन की समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है.
डेयरी प्रोडक्ट
दूध, पनीर, और अन्य डेयरी उत्पाद कुछ महिलाओं में गैस और सूजन का कारण बन सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो लैक्टोज इन्टॉलरेंट होते हैं. लैक्टोज इन्टॉलरेंस की वजह से शरीर दूध में मौजूद लैक्टोज को सही ढंग से पचा नहीं पाता, जिससे पेट में गैस और सूजन हो सकती है. पीरियड्स के दौरान, यह समस्या और भी बढ़ जाती है.
बीन और दालें
बीन, दालें, और अन्य फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पेट में गैस को बढ़ा सकते हैं, क्योंकि ये खाद्य पदार्थ पाचन प्रक्रिया में समय लेते हैं और पाचन तंत्र में गैस का निर्माण कर सकते हैं. पीरियड्स के दौरान, इस प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन पेट की असहजता और सूजन को बढ़ा सकता है.
सोडा और कार्बोनेटेड ड्रिंक
सोडा और अन्य कार्बोनेटेड ड्रिंक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है, जो पेट में गैस का निर्माण कर सकती है. पीरियड्स के दौरान, जब शरीर पहले से ही सूजन और गैस की समस्या से जूझ रहा होता है, तो इन पेय पदार्थों का सेवन असुविधा को और बढ़ा सकता है.