Last Updated:June 30, 2025, 23:56 ISTUttar Pradesh Latest News: उत्तर प्रदेश सरकार ने एजुकेशन सिस्टम में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक अहम पहल की है. अब टीचर्स और स्टूडेंट्स को एक मोबाइल एप के माध्यम से रोजाना अपनी अटेंडेंस लगानी होगी. यूपी शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाए गए हैं. (File Photo)हाइलाइट्सउत्तर प्रदेश में टीचर्स और स्टूडेंट ऑनलाइन अटेंडेंस लगाएंगे.यूपी शिक्षा बोर्ड की तरफ से एक जुलाई से इसे लागू किया जाएगा.सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए यह निर्णय लिया गया है.प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद आज यानी एक जुलाई से एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रहा है. 9वीं से 12वीं तक पढ़ने वाले छात्र और टीचर्स अब स्कूल में रजिस्टर के माध्यम से नहीं बल्कि ऑनलाइन अटेंडेंस लगाएंगे. यह नई व्यवस्था यूपी बोर्ड के अंतर्गत आने वाले करीब 30 हजार स्कूलों पर लागू होने जा रही है. शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल इंडिया को लेकर इसे ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है. यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य एजुकेशन सिस्टम में पारदर्शिता, डिसिप्लिन सहित फर्जी नामांकन पर रोक लगाना है.मोबाइल एप से लगेगी अटेंडेंस
उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग का कहना है कि नई व्यवस्था के तहत सभी स्कूलों को एक विशेष पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से टीचर्स और स्टूडेंट्स की अटेंडेंस रजिस्टर करनी होगी. हर क्लास रूम और सेक्शन के हिसाब से टीचर और स्टूडेंट्स को इसमें अपनी अटेंडेंस भरनी होगी. इस सिस्टम में यह भी बताया जाएगा कि अगर कोई स्टूडेंट या टीचर अपसेंट रहता है तो ऐसी स्थिति में उनकी छुट्टी के प्रकार जैसे बीमारी, निजी कारण स्पष्ट रूप से दर्ज होगा. ऐसा न करने पर संबंधित टीचर व स्कूल स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह व्यवस्था स्कूलों में नियमितता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई है.
छात्रों को पूरी करनी होगी 75 परसेंट अटेंडेंस
यूपी बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन छात्रों की उपस्थिति 75% से कम होगी, उन्हें बोर्ड परीक्षाओं में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह नियम फर्जी नामांकन और अनियमित उपस्थिति को रोकने के लिए लागू किया गया है, जो पहले से ही बोर्ड की एक बड़ी चुनौती रहा है. ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम से स्कूलों में वास्तविक उपस्थिति का सटीक डेटा उपलब्ध होगा, जिससे शिक्षा विभाग को निगरानी और नीति निर्माण में मदद मिलेगी.
एजुकेशन सिस्टम में आएगा सुधार
शिक्षकों को मोबाइल एप पर छात्रों के अंक अपलोड करने और सेल्फी के साथ रिकॉर्डिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. यह प्रणाली न केवल अटेंडेंस बल्कि शैक्षिक गुणवत्ता को भी बेहतर बनाने की दिशा में एक कदम है. माना जा रहा है कि यूपी बोर्ड की यह पहल उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में तकनीकी सशक्तिकरण और अनुशासन को बढ़ावा देगी, जिससे छात्रों और शिक्षकों की जवाबदेही बढ़ेगी और शिक्षा प्रणाली अधिक प्रभावी होगी.Sandeep Guptaपत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ेंपत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ेंLocation :Prayagraj,Prayagraj,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshआज से UP के स्कूलों में मोबाइल एप से लगेगी स्टूडेंट-टीचर्स की हाजिरी