Uttar Pradesh

Supertech builder twin tower issue



नोएडा. एमरॉल्ड सोसाइटी के दो अपैक्स और सियान टावर के चलते सुपरटेक (Supertech) की बाजार में खासी किरकिरी हुई है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने दोनों टावर को अवैध घोषित करते हुए तोड़ने का आदेश दिया है. इसी के चलते नोएडा अथॉरिटी के भी कई पूर्व और वर्तमान अफसरों पर गाज गिरी है. सुपरटेक रियल स्टेट (Real estate) सेक्टर में देश की बड़ी कंपनियों में शुमार है. रिव्यू पिटीशन (Review petition) भी खारिज होने से सुपरटेक को बड़ा झटका लगा है. लेकिन अपने ग्राहकों को परेशानी से बचाने और उनका भरोसा बनाए रखने के लिए एक सुपरटेक बड़ा फैसला लेने जा रही है. सूत्रों की मानें तो प्रोजेक्ट्स को वक्त से पूरा कर ग्राहकों को उनके फ्लैट (Flat) देने और अपना कर्ज चुकाने के लिए सुपरटेक ग्रेटर नोएडा (Greater Noida), यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी इलाके में समेत दूसरे शहरों में अपनी जमीन बेच सकती है.
गौरतलब रहे दिल्ली-एनसीआर में ही सुपरटेक के काफी प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हुए हैं. लेकिन ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक के पास 8.73 लाख वर्गफुट और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी के इलाके में 8.1 लाख वर्गफुट ज़मीन है. इसके साथ ही सुपरटेक देश के दूसरे हिस्सों में पड़े प्लॉट बेचकर करीब 23 सौ करोड़ रुपये जमा कर सकती है. इसके लिए कंपनी तीन राज्यों की लगभग 125 एकड़ जमीन के बारे में योजना तैयार करने में लगी हुई है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि कुछ महीने पहले भी सुपरटेक इस तरह की योजना का ऐलान कर चुका है.
इन राज्यों में बताए जा रहे हैं सुपरटेक के प्लॉट
सुपरटेक कंपनी की ओर से जारी की गई सूचना के मुताबिक कंपनी ने यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड में अपने प्लॉट बेचने की योजना बनाई है. सूत्रों का कहना है कि कंपनी प्लॉट को विकसित कर उन्हें बेचने का काम करेगी. योजना पर काम शुरु कर दिया गया है. कंपनी ने 53 लाख वर्गफुट क्षेत्र में फ्री प्लॉट विकसित करने की पेशकश की है. यह एरिया लगभग 125 एकड़ का होगा.
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कंपनी के मुताबिक गाजियाबाद में 2.43 लाख वर्गफुट, गुरुग्राम में 16.65 लाख वर्गफुट, ग्रेटर नोएडा में 8.73 लाख वर्गफुट, यमुना एक्सप्रेसवे में 8.1 लाख वर्गफुट, मेरठ में 3.6 लाख और रुद्रपुर में 13.5 लाख वर्ग फुट कंपनी की ज़मीन है. कंपनी का मानना है कि प्लॉट की मांग बढ़ी है, जिसके चलते कंपनी को उम्मीद  है कि सभी प्लॉट को बेचकर वो करीब 23 सौ करोड़ रुपये तक कमा लेगी.

अपने खरीदारों के लिए ऐसे खर्च किए जाएंगे 23 सौ करोड़ रुपये
प्लॉट बेचकर कंपनी को मिलने वाली 23 सौ करोड़ रुपये की रकम को कंपनी ने खर्च करने के लिए एक खाका तैयार किया है. जिसके मुताबिक 1000 करोड़ रुपये से मौजूदा कर्ज चुकाया जाएगा. जबकि 300 करोड़ रुपये ज़़मीन के संबंध में अथॉरिटी को दिए जाएंगे. 1000 करोड़ रुपये उन आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने में किया जायेगा जो अधूरी पड़ी हुई हैं. कंपनी का टॉरगेट है कि वो साल 2021 में करीब 7 हज़ार  फ्लैट खरीदारों को घर का पजेशन देने की हैसियत में होगी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.



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