Why Calcium Build up in the Body Is Dangerous For Health Hypercalcemia Risk | Hypercalcemia: बॉडी में कैल्शियम हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो क्या होगा अंजाम? इन खतरों से रहें जरा बचकर

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Why Calcium Build up in the Body Is Dangerous For Health Hypercalcemia Risk | Hypercalcemia: बॉडी में कैल्शियम हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो क्या होगा अंजाम? इन खतरों से रहें जरा बचकर



Hypercalcemia Effects: कैल्शियम हमारे शरीर के लिए एक अहम मिनरल है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने, मसल्स फंक्शन, और नसों के संचालन में अहम रोल अदा करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर में कैल्शियम का लेवल हद से ज्यादा बढ़ जाए, तो ये सीरियस हेल्थ कंडीशन का कारण बन सकता है? इस स्थिति को हाइपरकैल्सीमिया कहते हैं. आइए जानते हैं कि हद से ज्यादा कैल्शियम के क्या अंजाम हो सकते हैं.

हाइपरकैल्सीमिया की वजहहाइपरकैल्सीमिया कई कारणों से हो सकता है, जैसे हाइपरपैराथायरायडिज्म (थायरॉइड ग्लैंड का ज्यादा सीक्रीशन), हद से ज्यादा कैल्शियम सप्लीमेंट्स का सेवन, कैंसर, विटामिन डी का अधिक होना, या कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट्स. ये कंडीशन शरीर के कई अंगों को अफेक्ट कर सकती है.

लक्षण और असर
1. डाइजेशन पर असरज्यादा कैल्शियम के कारण जी मिचलाना, उल्टी, कब्ज, या भूख न लगना जैसी परेशानियां हो सकती हैं. ये पेट में दर्द और इनडाइजेशन का कारण भी बन सकता है.
2. किडनी पर खतराहाइपरकैल्सीमिया से किडनी में पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है. ज्यादा कैल्शियम यूरिन में जमा होकर किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और गंभीर मामलों में किडनी फेलियर भी हो सकता है।
3. दिल से जुड़ी परेशानियांहद से ज्यादा कैल्शियम दिल की धड़कनों को इरेगुलर कर सकता है, जिससे एरिथमिया (Arrhythmia) जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है.
4. मेंटल हेल्थ पर असरज्यादा कैल्शियम के कारण कंफ्यूज, चिड़चिड़ापन, थकान, और डिप्रेशन जैसे लक्षण दिख सकते हैं. गंभीर मामलों में यह कोमा तक ले जा सकता है.
हड्डियों और मांसपेशियों में कमजोरीहालांकि कैल्शियम हड्डियों के लिए जरूरी है, लेकिन इसका ज्यादा होना हड्डियों को कमजोर कर सकती है और मांसपेशियों में दर्द या ऐंठन पैदा कर सकती है.

बचाव और इलाजहाइपरकैल्सीमिया से बचने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी सप्लीमेंट्स का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें. रेगुलर चेकअप और बैलेंस्ड डाइट इस कंडीशन को रोकने में मदद कर सकते हैं अगर लक्षण दिखें, जैसे हद से ज्यादा प्यास, बार-बार पेशाब, या थकान, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इलाज में दवाएं, और गंभीर मामलों में डायलिसिस शामिल हो सकता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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