इंग्लैंड ने भारत को लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 5 विकेट से हराकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है. सबसे हैरानी की बात ये रही कि पहले टेस्ट में 835 रन बनाने के बावजूद टीम इंडिया ये मैच हार गई. भारत ने इंग्लैंड को चौथी पारी में जीत के लिए 371 रन का टारगेट दिया था. जवाब में मेजबान टीम ने केवल पांच विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया. इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज में भारत को एक दिग्गज क्रिकेटर की कमी खल रही है. अगर ये खिलाड़ी होता तो पहले टेस्ट में भारत नहीं बल्कि इंग्लैंड की टीम को हार का मुंह देखना पड़ता. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस क्रिकेटर को नहीं चुनकर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया है.
ये खिलाड़ी होता तो इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट नहीं हारता भारत
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को मौका नहीं देकर भारतीय टीम मैनेजमेंट ने बड़ी गलती कर दी. मोहम्मद शमी ने हमेशा से ही इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए अपने बेहतरीन प्रदर्शन से चर्चा लूटी है. मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए काल बन जाती. जसप्रीत बुमराह को छोड़ दिया जाए तो इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत के बाकी तेज गेंदबाज बेहद औसत दर्जे के नजर आए. सबसे ज्यादा निराश मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने किया है.
जसप्रीत बुमराह ने बोझ अपने कंधो पर उठाया
इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सिर्फ जसप्रीत बुमराह ने ही भारतीय टीम का बोझ अपने कंधो पर उठाए रखा. जसप्रीत बुमराह ने लीड्स टेस्ट में 5 विकेट हासिल किए थे, जबकि बाकी के गेंदबाजों ने मिलकर 10 विकेट चटकाए थे. मोहम्मद शमी को अगर इस टेस्ट सीरीज के लिए चुना जाता तो तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को जबरदस्त सपोर्ट मिलता. मोहम्मद शमी ने भारत के लिए 64 टेस्ट मैचों में 229 विकेट हासिल किए हैं. मोहम्मद शमी इसके अलावा निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए ताबड़तोड़ अंदाज में छक्के भी जड़ते हैं. मोहम्मद शमी निचले क्रम में बल्लेबाजी से मैच का रुख भी पलटने में माहिर हैं. मोहम्मद शमी ने टेस्ट क्रिकेट में 25 छक्के ठोके हैं.
गेंद को हवा में मूव कराने का यूनिक टैलेंट
जसप्रीत बुमराह को अगर छोड़ दिया जाए तो भारत के पास ऐसा कोई भी तेज गेंदबाज नहीं है जो इंग्लैंड के खतरनाक बल्लेबाजों पर लगाम लगा सके. जसप्रीत बुमराह इस दौरे पर 3 से ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे. टीम इंडिया को इस दौरान मोहम्मद शमी की भी कमी खलेगी. मोहम्मद शमी ने इंग्लैंड की धरती पर 14 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 42 विकेट चटकाए हैं. मोहम्मद शमी गेंद को तेजी के साथ हवा में मूव कराने का यूनिक टैलेंट रखते हैं. इंग्लैंड में ड्यूक गेंद से गेंदबाजी होती है. ड्यूक गेंद को खेलना कूकाबूरा और एसजी की तुलना में बहुत मुश्किल होता है. मोहम्मद शमी ड्यूक गेंद का इस्तेमाल कर घातक तरीके से शिकार करने में माहिर हैं. फिटनेस का हवाला देते हुए सेलेक्टर्स ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से मोहम्मद शमी को बाहर कर दिया था.